नई दिल्ली: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को 286 दिनों वापस धरती पर लौट आई है। उनकी वापसी के बाद अमेरिका से लेकर पूरे भारत में खुशी की लहर दौर पड़ी है। इसी बीच हिन्दुस्तान में उन्हें भारत रत्न देने की मांग उठने लगी है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को "भारत की बेटी" बताते हुए उनके लिए भारत रत्न की मांग की है। यह बयान सुनीता विलियम्स के हाल ही में अंतरिक्ष से 286 दिनों के बाद पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी के संदर्भ में आया। ममता बनर्जी ने विधानसभा में सुनीता के साहस और धैर्य की प्रशंसा की और कहा कि उनकी उपलब्धियां देश के लिए गर्व का विषय हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि सुनीता को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया जाए, ताकि उनकी प्रेरणादायक यात्रा को मान्यता मिले।
गुजरात में है सुनीता विलयम्स का पैतृक गांव
आपको बता दें कि सुनीता विलियम्स अमेरिकी नागरिक हैं, जिनके पिता भारतीय मूल के हैं। उनका पैतृक गांव गुजरात के मेहसाणा जिले में है। सुनीता के पिता दीपक पांड्या ने 1957 में अमेरिका चले गए थे। सुनीता के कई रिश्तेदार और परिवार के लोग झूलासण में रहते है। सात ही सुनीता विलियम्स खुद 2006 और 2013 यहां आ चुकी हैं। उन्होंने नासा के लिए कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन पूरे किए हैं। ममता की इस मांग ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर चर्चा को जन्म दिया है।
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