
PC-17 Fighter Plane Crash: तमिलनाडु के तंबरम में शुक्रवार दोपहर भारतीय वायुसेना का पिलेटस पीसी-7 MK-2ट्रेनर विमान एक ट्रेनिंग मिशन के दौरान हादसे का शिकार हो गया। करीब 2बजे हुए इस क्रैश में पायलट ने बहादुरी दिखाते हुए खुद को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। वायुसेना ने घटना के तुरंत बाद कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश जारी कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने धुआं और जोरदार आवाज सुनकर घटनास्थल की ओर दौड़ लगाई, लेकिन सौभाग्य से किसी तरह का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
ट्रेनिंग फ्लाइट के दौरान तकनीकी गड़बड़ी की आशंका, जांच जारी
सूत्रों के अनुसार, विमान ने दोपहर करीब 1:45बजे तंबरम एयर स्टेशन से नियमित ट्रेनिंग sortie के लिए उड़ान भरी थी। पायलट बेसिक फ्लाइंग प्रशिक्षण पूरा कर रहे थे जब अचानक विमान में संभावित तकनीकी खराबी आ गई। आपातकालीन प्रक्रिया अपनाते हुए पायलट ने नियंत्रण बनाए रखने का प्रयास किया, लेकिन विमान जमीन से टकरा गया। मौके पर पहुंचे वायुसेना और पुलिस कर्मियों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। विमान को भारी नुकसान हुआ है, जबकि पायलट को हल्की चोटें आई हैं। वायुसेना का कहना है कि विशेषज्ञों की टीम फ्लाइट डेटा, मलबे और प्रत्यक्षदर्शियों की जानकारी के आधार पर दुर्घटना के कारणों की जांच करेगी।
ट्रेनिंग का अहम हिस्सा, लेकिन हादसों का इतिहास भी
स्विस कंपनी द्वारा निर्मित पिलेटस पीसी-7 MK-2 भारतीय वायुसेना, नौसेना और थलसेना का प्रमुख ट्रेनर विमान है। यह दो सीटों वाला हल्का एयरक्राफ्ट है, जिसे नई पीढ़ी के पायलटों को बेसिक ट्रेनिंग देने के लिए उपयोग किया जाता है। अधिकतम 412 किमी/घंटा की गति से उड़ने वाला यह विमान 33,010 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है और एक बार फ्यूल भरने पर 1200 किमी तक यात्रा कर सकता है। हालांकि इसे सुरक्षित माना जाता है, पर पिछले वर्षों में भारत में इसके कुछ हादसे दर्ज हो चुके हैं, जिनमें 2023 में तेलंगाना में हुआ घातक क्रैश भी शामिल है। तंबरम एयरबेस, जो चेन्नई के नजदीक स्थित एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण केंद्र है, इस घटना के बाद अलर्ट पर है।
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