
David AB to write a Letter to Canada's PM:लॉरेंस बिश्नोई, अपराध की दुनिया का वो नाम जिससे इस समय पूरा भारत खौफ खाता है, लेकिन अब लॉरेंस का डर कनाडा और ब्रिटिश कोलंबिया तक फैल रहा है। दरअसल हाल ही में इस गैंग की बढ़ती जुर्म की कहानियों ने ब्रिटिश कोलंबिया के प्रीमियर डेविड एबी को मजबूर किया है कि वे कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी को पत्र लिखकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग को आधिकारिक रूप से आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांग करें। उन्होंने कहा कि यह कदम पुलिस को गैंग की जबरन वसूली और अपराधों, विशेष रूप से ब्रिटिश कोलंबिया, अल्बर्टा और ओंटारियो में दक्षिण एशियाई समुदाय के खिलाफ होने वाली घटनाओं, से निपटने में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करेगा।
मंगलवार को पत्र भेजने की कि घोषणा
एबी ने मंगलवार 17जून को घोषणा कि वह कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी को एक पत्र भेजने का सोच रहे है, जिसमे वो कनाडा पिएम से लॉरेंस गेंग को आधिकारिकरूप से आतंकवादी संगठन घोषित करने का अनुरोध करेंगे। यह मांग सरे में वीकेंड में आयोजित एक सार्वजनिक सुरक्षा फोरम के बाद सामने आई, जहां दक्षिण एशियाई व्यवसायों को निशाना बनाए जा रहे अपराधों पर चर्चा हुई थी। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि कनाडा में किसी संगठन को आतंकवादी घोषित करना एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें संघीय सरकार और सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय की समीक्षा शामिल होती है।
पुराना है भारत संग लॉरेंस बिश्नोई को लेकर कनाडा मतभेद
इस मांग का संदर्भ लॉरेंस बिश्नोई गैंग की कथित आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा है, जिसमें हत्या, फिरौती और ड्रग तस्करी जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। गैंग का नेटवर्क कनाडा, भारत, और अन्य देशों में फैला हुआ बताया जाता है, और यह भारत में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम से संचालित होता है।इसके अलावा, भारत और कनाडा के बीच इस गैंग को लेकर पहले भी तनाव रहा है। भारत ने कनाडा से गैंग के सदस्यों के प्रत्यर्पण की मांग की थी, लेकिन कनाडा ने अभी तक इसका जवाब नहीं दिया। दूसरी ओर, कनाडा ने आरोप लगाया था कि बिश्नोई गैंग भारत के इशारों पर खालिस्तानी तत्वों को निशाना बना रहा है, जिसे भारत ने खारिज किया है।
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