CHILDREN’S DAY 2022: जानें उन चाइल्ड आर्टिस्ट के बार में जिन्होंने भारतीय सिनेमा में बनाई अपनी अलग पहचान

CHILDREN’S DAY 2022: जानें उन चाइल्ड आर्टिस्ट के बार में जिन्होंने भारतीय सिनेमा में बनाई अपनी अलग पहचान

नई दिल्ली: क्या अपने कभी बचपन में फिल्मों में आने के बारे में सोचा है? अगर नहीं तो ये आम बात है क्योंकि हर परिवार अपने बच्चो की पढ़ाई लिखाई के बारे में सोचता है न कि फिल्मों में उनकी एंट्री की। लेकिन कुछ बच्चों के पास ये मौका चल कर आता है और ऐसे बच्चे दर्शकों पर छा जाते है। वो अपनी अलग पहचान बना लेते है।

ऐसे में आज 14 नवंबर है यानी चिल्ड्रेन्स डे। इस दिन को हर साल प्रधान मंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के रुप में मनाया जाता है। ऐसे में आज हम उन बाल कलाकारों को याद करेंगे। जिन्होंने आपने काम से लोगों का दिल जीता है और कई अवार्ड भी जीत चुके है। ऐसे में आज हम उन चाइल्ड आर्टिस्ट की बात करेगें जिन्होंने अपनी शानगार एक्टिंग से लोगो का दिल जीता है।

'आई एम कलाम' - (I Am Kalam)

नीला माधब पांडा के निर्देशन में बनी फिल्म 'आई एम कलाम' - (I Am Kalam) ने भी लोगों की खूब तारीफ बटोरी है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं की यह राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम दर्ज कर चुकी है। बच्चों को प्रेरित करने के लिहाज से यह एक बेहतरीन फिल्म है।

'तारे जमीं पर' - (Taare Zameen Par)

साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म 'तारे जमीं पर' (Taare Zameen Par) सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि पेरेंट्स को भी जरूर देखनी चाहिए। अगर आपने अब तक न देखी हो तो आज अपने बच्चों के साथ बैठकर इस फिल्म को देख सकते हैं। इस फिल्म में आमिर खान (Aamir Khan) है, फिल्म के सीन आपको इमोशनल कर देंगे और आखिर में एक सीख देंगे।

'मासूम' - (Masoom)

साल1983 में आई फिल्म 'मासूम' - (Masoom) लोगों को बहुत पसंद आई थी। यह फिल्म गोद लिए बच्चों की समस्याओं पर बनी है। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah), शबाना आजमी (Shabana Azmi), सुप्रिया पाठक (Supriya Pathak) और जुगल हंसराज (Jugal Hansraj) मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म का मशहूर गाना 'लकड़ी की काठी' आज भी बच्चों को काफी पसंद आता है।

'स्टेनली का डब्बा' - (Stanley Ka Dabba)

2011 में आई अमोल गुप्ते द्वारा निर्देशित फिल्म 'स्टेनली का डब्बा' - (Stanley Ka Dabba)  की कहानी आपका मनोरंजन करने के साथ आपकी आंखें भी नम कर देगी। यह फिल्म एक ऐसे लड़के की कहानी है, जो हमेशा अपने दोस्त का टिफिन खाता है, लेकिन कभी भी अपने लिए लंच नहीं लाता।

 

Leave a comment