
Health Tips: आज के समय में AI का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। भारत समेत दुनियाभर के देशों में ChatGPT और Gemini जैसे एआई चैटबॉट्स अपना प्रभाव डाल रहे हैं। स्वास्थ्य संबंधी सलाह लेने से लेकर कंपनी में मेल लिखने तक लोग हर काम के लिए इनका इस्तेमाल करने लगे हैं। वहीं एक नई स्टडी में सामने आया है कि AI का ज्यादा इस्तेमाल खतरनाक साबित हो सकता है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और सेंटर फॉर डेमोक्रेसी एंड टेक्नोलॉजी ने स्टडी में पाया कि चैटबॉट कई मामलों में लक्षणों को छिपाने, नुकसान पहुंचाने वाले बर्ताव को बढ़ावा देने के साथ-साथ अस्वस्थ बॉडी स्टैंडर्ड को बढ़ावा देने काम कर रहे हैं।
खतरनाक पैटर्न को मिल रहा बढ़ावा
इस स्टडी के अनुसार, एआई चैटबॉट खतरनाक पैटर्न को बढ़ावा दे रहे हैं। एक मामले में गूगल जेमिनी ने कम हुए वजन को छिपाने के लिए मेकअप ट्रिक बताई और साथ ही ऐसा तरीका भी बताया, जिससे व्यक्ति को ऐसा लगे कि उसने काफी खाना खाया है। वहीं OpenAI के चैटजीपीटी ने लगातार आ रहीं उल्टियों को छिपाने की गाइडेंस दी।
रिसर्चर ने दी सलाह
रिसर्चर का कहना है कि चैटबॉट में ये केवल टेक्निकल नजरअंदाजी नहीं है, बल्कि पब्लिक हेल्थ से जुड़ी चिंता है। ये एआई सिस्टम ऐसा पर्सनलाइज कंटेट और इमेज जनरेट कर सकते हैं, जो नुकसान पहुंचाने वाला हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह खाने की आदतों को भी प्रभावित करता है। दुनियाभर में लाखों लोग इससे जूझ रहे हैं और ये एआई चैटबॉट इसके लक्षण छिपाने की सलाह दे रहे हैं। इससे परिवार और दोस्तों को लक्षण नजर नहीं आएंगे, जिससे पीड़ित को समय पर मदद नहीं मिल पाएगी।
Leave a comment