गरीब से अमीर, फिर बना कर्जदार...रियल मनी गेम्स की चपेट में बर्बाद हुई जिंदगी, छीनी मेहनत की कमाई

गरीब से अमीर, फिर बना कर्जदार...रियल मनी गेम्स की चपेट में बर्बाद हुई जिंदगी, छीनी मेहनत की कमाई

Online Gaming Platform: 22अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रमोशन एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025को मंजूरी दे दी। जिसके साथ यह विधेयक अब पूरी तरह कानून बन चुका है। इस नए कानून का उद्देश्य ऑनलाइन मनी गेमिंग यानी रियल मनी गेम्स RMG पर रोक लगाना है। जो कई लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनकी जिंदगी बर्बाद कर रहा है। हाल ही में मुंबई के एक व्यवसायी की एक ऐसी कहानी सामने आई है जो RMG की डरावनी तस्‍वीर दिखाती है। जिसने मेहनत से कमाई गई संपत्ति को ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में गंवा दिया और भारी कर्ज में डूब गया।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, मुंबई के अजीत त्रिपाठी की कहानी उन लाखों लोगों की तरह है, जो ऑनलाइन गेमिंग के लालच में फंसकर सब कुछ खो बैठे। अजीत  एक गरीब परिवार से था, जिसमें अपनी मेहनत के दम पर अमीरी तक का सफर तय किया था। लेकिन साल 2021में कोविड महामारी के दौरान उसका व्यवसाय घाटे में चला गया। जिसके बाद उनसे एक ऑनलाइन गेमिंग विज्ञापन देखा। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि ऑनलाइन गेमिंग की वजह से वो अपना सबकुछ गवां बैठेगा।

बता दें, इस विज्ञापन के लिंक के जरिए अजीत एक रियल मनी गेमिंग ऐप परिमैच (Parimatch) तक पहुंचाया। जहां वह अपना पूरा पैसा गंवा दिया और यही नहीं वह भारी भरकम कर्ज तले भी दबता चला गया। दरअसल, शुरुआत में अजीत को अच्छा रिटर्न मिला। ऐप से जुड़े लोग उनसे लगातार संपर्क करते और बड़ी रकम निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते थे। अजीत को उसकी जमा राशि का 7-10गुना रिटर्न मिला, जिसने उसकी लालच को और बढ़ाया। लेकिन जैसे-जैसे उसने ज्यादा पैसे लगाए, हालात बदलते चले गए।

27करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश

जानकारी के अनुसार, अजीत ने तीन साल में कुल 27करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश किया। लेकिन सिर्फ 15करोड़ रुपये ही वापस मिल सकें। जिससे उसे 12.22करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इतना ही नहीं, वह अपने जमा पैसे भी नहीं निकाल सका। जिस वजह से उसका व्यवसाय घाटे में चला गया और वे भारी कर्ज में डूब गया। वहीं शुरुआत में जो लोग लाखों-करोड़ों रुपये जमा करने लिए लगातार संपर्क में थे, उन्होंने तक कॉल या मैसेज का जबाव देना बंद कर दिया। 

इस पूरी घटना के बाद अजीत ने करोड़ों रुपये के घोटाले का सच उजागर करने और न्याय पाने के लिए मुंबई पुलिस से संपर्क करते हुए साइबर थाने में ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप नेटवर्क Parimatch के खिलाफ मामला दर्ज कराया। जिसके बाद हाल ही में ED ने देशभर के कई शहरों में छापेमारी की, जिनमें मुंबई, दिल्ली, कानपुर, नोएडा, जयपुर, सूरत, मदुरै और हैदराबाद शामिल हैं। इस कार्रवाई के चलते ED ने लगभग 110करोड़ रुपये की आपराधिक राशि को जब्त किया।

Parimatch ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग प्लेटफॉर्म

ED की जांच में सामने आया कि Parimatch ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग प्लेटफॉर्म का एक नेटवर्क है। जिसे एक यूक्रेनी नागरिक द्वारा कंट्रोल कर रहा है। छानबीन में ED अधिकारियों को 1200 क्रेडिट कार्डों का जखीरा भी मिला। उनके अनुसार, इसका इस्तेमाल जमाकर्ताओं से प्राप्त धन तक पहुंचने के लिए किया जा रहा था और ये क्रेडिट कार्ड म्यूल खातों से भी जुड़े हुए थे।

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