ऑनलाइन गेमिंग पर सरकार का सख्त कदम, रियल मनी गेम्स पर रोक; जानें अब कैसे मिलेगा पैसा वापस?

ऑनलाइन गेमिंग पर सरकार का सख्त कदम, रियल मनी गेम्स पर रोक; जानें अब कैसे मिलेगा पैसा वापस?

Online Gaming Bill 2025:  भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग को झटका लगा है, क्योंकि सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पारित कर रियल मनी गेम्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कानून के तहत कोई भी गेम, जिसमें खिलाड़ी पैसे लगाकर जीत की उम्मीद रखता है, अब गैरकानूनी होगा। इस फैसले से Dream11, MPL, Gameskraft , Zupee और Probo जैसी प्रमुख गेमिंग कंपनियों ने अपने पेड गेम्स बंद कर दिए हैं। नए नियमों का उल्लंघन करने पर तीन साल की जेल या एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। यह उद्योग वित्त वर्ष 24 में 2.4 बिलियन डॉलर की कमाई के साथ देश के गेमिंग सेक्टर का बड़ा हिस्सा था।

कंपनियों ने बंद की पेड सेवाएं, यूजर्स का पैसा सुरक्षित

ड्रीम सपोर्ट्स ने अपने नए ऐप्स ड्रीम पिक्स और ड्रीम प्ले पर सभी पेड कॉन्टेस्ट रोक दिए हैं, और जल्द ही ड्रीम11 ऐप पर भी यह प्रतिबंध लागू हो सकता है। कंपनी ने आश्वासन दिया कि यूजर्स का पैसा सुरक्षित है और कभी भी निकाला जा सकता है। MPL ने भी अपने सभी रियल मनी गेम्स बंद कर दिए और अब केवल मुफ्त गेम्स पर ध्यान देगी, जिसमें 60 से ज्यादा क्विज़ और पज़ल गेम्स शामिल हैं। Gameskraft ने अपने रम्मी ऐप्स पर नकद जोड़ने और गेमप्ले की सेवाएं रोक दीं, जबकि Zupee ने 21 अगस्त से पेड गेम्स बंद कर दिए, लेकिन इसके मुफ्त गेम्स जैसे लूडो सुप्रीम चलते रहेंगे। Probo ने भी तत्काल प्रभाव से अपने पेड ऑपरेशन्स बंद कर दिए।

उद्योग पर संकट, भविष्य में नए रास्ते तलाशेंगी कंपनियां

इस कानून ने गेमिंग कंपनियों को नए सिरे से रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया है। ड्रीम सपोर्ट्स ने वित्त वर्ष 23 में 188 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था, जबकि Gameskraft ने वित्त वर्ष 24 में 947 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था। अब ये कंपनियां मुफ्त गेमिंग अनुभव पर जोर दे रही हैं। Zupee के 150 मिलियन यूजर्स अब केवल फ्री गेम्स खेल सकेंगे, और Probo ने भविष्य में नए इनोवेशन की बात कही है। यह बदलाव न केवल कंपनियों, बल्कि लाखों यूजर्स के गेमिंग अनुभव को भी प्रभावित करेगा।

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