यूनुस सरकार ने अपना रास्ता किया साफ? शेख हसीना के बाद अब खालिदा जिया पहुंची लंदन

यूनुस सरकार ने अपना रास्ता किया साफ? शेख हसीना के बाद अब खालिदा जिया पहुंची लंदन

Bangladesh Politics: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी प्रमुख खालिदा जिया मंगलवार आधी रात देश छोड़कर अचानक ब्रिटेन चली गई हैं। बताया जा रहा है कि वह ढाका के हजरत शाहजलाल एयरपोर्ट से एयर एंबुलेंस से लंदन पहुंची हैं। लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर खालिदा जिया अपने बेटे तारिक रहमान से गले लगकर मिलीं। बता दें, खालिदा जिया लगभग 7सालों के बाद अपने बेटे से मिल रही है।

मिली जानकारी के अनुसार, खालिदा जिया के लंदन जाने के लिए कतर के अमीर ने विशेष प्लेन भेजा था। बीएनपी नेताओं ने बताया है कि खालिदा जिया लीवर सिरोसिस, हृदय रोग और किडनी की समस्या से जूझ रही है। बताया जा रहा है कि खालिदा जिया इलाज के लिए लंदन गई हैं। लेकिन उनके लंदन चले जाने से कई सवाल भी खड़े हो गए है।

यूनुस सरकार का रास्ता हुआ साफ?

खालिदा जिया के लंदन चले जाने से अब बांग्लादेश के राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि 3बार प्रधानमंत्री रहीं खालिदा जिया पार्टी का नेतृत्व संभालने के लिए कब लौटेंगी? एक सवाल ये भी उठता है कि क्या बांग्लादेश की राजनीतिक परिस्थिति उन्हें लौटने की इजाजत भी देगी?

बता दें, बांग्लादेश की राजनीति बीते कई दशकों से शेख हसीना और खालिदा जिया के ही इर्द-गिर्द घूमती रही है। शेख हसीना बीते साल अगस्त में बांग्लादेश छोड़ भारत में शरण लिए हुई है। तो वहीं, अब खालिदा जिया ने भी ढाका छोड़ दिया है। इतना ही नहीं दोनों के बेटे भी बांग्लादेश से बाहर हैं। ऐसे में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के लिए देश की सत्ता पर कब्जा करना और भी आसान हो गया है।

पहले शेख हसीना, अब खालिदा जिया

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो खालिदा जिया का देश छोड़ना कई लोगों को पच नहीं रहा है। क्योंकि उनकी पार्टी लगातार चुनाव की मांग कर रही है। लोगों का कहना है कि पहले शेख हसीना को सत्ता से बाहर किया और अब चुनाव नहीं करा कर बीएनपी को भी रास्ते से हटाया जा रहा है।

2007जैसा तो नहीं हो जाएगा? 

ढाका यूनिवर्सिटी में लेक्चरर जुबैदा नसरीन कहती हैं 'खालिदा जिया के लंदन जाने के बाद उनकी ही पार्टी नेताओं के बीच इस सवाल पर सबसे ज्यादा चर्चा है कि इलाज के बाद वह सामान्य तरीके से वापस आ पाएंगी या फिर वापसी में दिक्कत होगी। दरअसल, 2007 में सेना समर्थित केयरटेकर सरकार ने अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना को विदेश से वापस लौटने से रोक दिया था। बांग्लादेश में इस समय मोहम्मद यूनुस सेना के समर्थन से अंतरिम सरकार चला रहे हैं।

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