
Trump Threatens Iran: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान अपना यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम बंद नहीं करेगा। ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट टूथ पर लिखा कि अमेरिका ने पहले भी ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों को नष्ट किया है और अगर ईरान ने संवर्धन जारी रखा तो वह फिर से हवाई हमले कर सकता है। अरागची ने फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में संवर्धन को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताया और कहा कि यह ईरानी वैज्ञानिकों की उपलब्धि है, जिसे वे कभी नहीं छोड़ेंगे। इस बयान ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
ईरान का अडिग रुख
ईरान ने हमेशा दावा किया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों, जैसे ऊर्जा उत्पादन, के लिए है, लेकिन अमेरिका और नाटो देश इसे परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश मानते हैं। पिछले महीने अमेरिका समर्थित इजरायली हमलों में ईरान के परमाणु ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा था। अरागची ने स्वीकार किया कि हमलों से संवर्धन गतिविधियां अस्थायी रूप से रुकी हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि संवर्धित यूरेनियम का भंडार बचा है या नहीं। IAEA प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने पहले चेतावनी दी थी कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री जुटाने से कुछ हफ्ते ही दूर है, जिसे ईरान लगातार खारिज करता रहा है।
अमेरिका का प्रस्ताव और ईरान की अस्वीकृति
अमेरिका ने सुझाव दिया कि ईरान यूरेनियम संवर्धन बंद कर यूएई और सऊदी अरब जैसे देशों के साथ साझा व्यवस्था से परमाणु ऊर्जा प्राप्त कर सकता है। हालांकि, ईरान ने इस प्रस्ताव को सिरे से नकार दिया। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी परमाणु कार्यक्रम को राष्ट्रीय उपलब्धि करार दिया है। ईरान का कहना है कि वह अपने वैज्ञानिकों की मेहनत और राष्ट्रीय सम्मान की रक्षा के लिए संवर्धन जारी रखेगा, जिससे मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ सकता है।
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