
UP Panchayat Election 2026: उत्तर प्रदेश के स्थानीय चुनाव में कांग्रेस ने अकेले मैदान में उतरने का ऐलान किया। बुधवार, 3 दिसंबर को दिल्ली में राहुल गांधी ने यूपी के कांग्रेस सांसदों की बैठक बुलाई थी, जिसके बाद पार्टी के प्रभारी अविनाश पांडे ने इस बात की घोषणा की। इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस ने साइकिल की सवारी छोड़ दी? कांग्रेस के अनुसार, 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से ये किया जा रहा है ताकि समाजवादी पार्टी के सामने मोल भाव की ताकत को बढ़ाया जा सके।
बैठक में कई मुद्दों को लेकर हुई चर्चा
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ बैठक के बाद दस जनपथ पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने बताया कि संगठन सृजन और आने वाले दिनों में जो चुनावी चुनौतियां हमारे सामने हैं, उन पर बातचीत की गई है। हमें विधानसभा की सभी सीटों पर संगठन को मजबूती के साथ तैयार करना है।
इसके साथ ही पंचायती चुनाव में कांग्रेस स्वतंत्र रूप से उतरेगी। आगे जैसी भी परिस्थितियां होंगी। यूपी कांग्रेस के प्रभारी ने ये भी कहा कि बैठक में 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली रैली को सफल बनाने को लेकर चर्चा हुई। ये भी चर्चा हुई कि हमें एसआईआर का जवाब किस तरह देना है? 12 राज्यों में गलत तरीके से हो रहे एसआईआर की वजह से सैकड़ों बीएलओ दुखी हैं और आत्महत्या कर रहे हैं।
गठबंधन को लेकर राहुल ने कही ये बात
पार्टी की जानकारी के अनुसार, बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं को अगले 6 महीने में संगठन को मजबूत करने और लोगों के मुद्दों को उठाने की नसीहत दी। वहीं, जानकारी में बताया गया कि विधानसभा चुनाव में किसी तरह के गठबंधन को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि ये आगे देखा जाएगा। बैठक में मौजूद एक सांसद ने कहा कि पंचायत चुनाव में संगठन के पुराने जमीनी कार्यकर्ताओं को परखने और नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने का मौका मिलता है। जब संगठन मजबूत होगा तभी विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनाव में फायदा होगा। पंचायत चुनाव कभी गठबंधन में नहीं लड़े जाते। इसका कोई और मतलब नहीं निकालना चाहिए।
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