ऑस्कर 2016: लियोनार्डो को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता बने

ऑस्कर 2016: लियोनार्डो को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता बने

अमरीका के लॉस एंजलिस में 88वें ऑस्कर अवार्ड फंक्शन में लंबे वेट के पश्चात् आखिरकार  लियोनार्डो डि कैप्रियो को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवार्ड मिला है। इस तरह लियोनार्डो को यह अवार्ड फिल्म दि रेवनंट के लिए मिला है। इससे पूर्व भी वह ऑस्कर के लिए 4 बार नामांकित हो चुके थे परन्तु उन्हें कामयाबी नहीं मिली थी। लियोनार्डो द रेवनंट में अपनी भूमिका के लिए काफी प्रशंसाएं हासिल की थीं। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार दि रेवनंट के निर्देशक एलेजांद्रो जी इनारितु को मिला है। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री बनी हैं ब्री लार्सन जिन्हें फिल्म रूम में अदाकारी के लिए यह अवार्ड प्राप्त हुआ है।

सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ऑस्कर अवार्ड स्पॉटलाइट को मिला। सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंटरी फीचर का अवार्ड एमी को दिया गया है। एमी का निर्देशन इंडियन मूल के फिल्म निर्देशक आसिफ़ कपाडिय़ा ने किया है। दि डैनिश गर्ल फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक हीरोइन का अवार्ड अलीसिया विकांडर को दिया गया है। ब्रिज ऑफ स्पाइज के लिए मार्क रायलैंस को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है। बेस्ट डॉक्यूमेंटरी शॉर्ट अवार्ड दि गर्ल इन दि रिवर: दि प्राइस ऑफ फॉरगिवनेस को मिला है। पाकिस्तान की शरमीन उबैद चिनॉय को दूसरा ऑस्कर अवार्ड पाक में ऑनर किलिंग पर आधारित इस शॉर्ट डॉक्यूमेंटरी के लिए दिया गया है। हंगरी की फिल्म सन ऑफ सॉल को विदेशी भाषा श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ऑस्कर अवार्ड मिला है।

ऑस्कर में इस बार सर्वाधिक फिल्म द रेवनंट पर सबकी नजर रहीं जिसे 12 श्रेणियों में नामांकित किया गया था। इस फिल्म को बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी का अवार्ड मिला है। वहीं ऑस्ट्रेलियाई निर्देशक जॉर्ज मिलर की फिल्म मैड मैक्स: फ्यूरी रोड को 10 श्रेणियों में नामांकित किया गया। इस फिल्म को बेस्ट फिल्म एडिटिंग का अवार्ड मिला है।

इस प्रकार दोनों फिल्मों के सिवा द बिग शॉर्ट, ब्रिज ऑफ़ स्पाइज़, ब्रुकलिन, द मार्शियन तथा रूम एंड स्पॉटलाइट को सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नामांकित किया गया है। इंडस्ट्री की बेहद मशहूर हीरोइन प्रियंका चोपड़ा ने भी ऑस्कर पुरस्कार देने के लिए शिरकत किया। ऑस्कर पुरस्कार के फंक्शन में प्रियंका के साथ क्विंसी जोंस, रीस विदपर्सन, स्टील कैरेल, जेके सिमांस तथा ज़ार्द लेटो जैसे अभिनेता भी थे।

इंडिया की तरफ से विदेशी फिल्म श्रेणी में मराठी फिल्म कोर्ट भेजी गई थी परन्तु वह आखिरी 5 में जगह नहीं बना सकी। इस बार के ऑस्कर अवॉर्ड की विशेष बात यह रही कि इस बार सर्वश्रेष्ठ हीरो एवंहीरोइन की दौड़ में केवल गोरे अभिनेता ही शामिल थे। ऑस्कर पुरस्कारों में केवल गोरे कलाकारों के नामांकन को लेकर विरोध प्रदर्शन का माहौल भी देखा गया। दि एकेडमी ऑफ़ मोशन पिक्चर आर्ट्स ऐंड साइंसेज में श्वेत लोगों का दबदबा है परन्तु इस बार यह घोषणा की गई है कि इसकी सदस्यता में विविधता लाई जाएगी।

 

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