
खेतों में खड़ी धान की फ़सल पर काला तेला कीट ने हमला कर दिया है। हरियाणा में करीब पांच लाख हेक्टेयर फ़सल पर काला तेला का प्रकोप हो गया है। इसमें बासमती का रक़बा सबसे ज़्यादा है।
बासमती फ़सल में बालियाँ निकलने की प्रक्रिया शुरू होते ही काला तेला कीट आ गया है। इससे फ़सल की पत्तियाँ सूखने लगी हैं। काला तेला कीट धान की फ़सल की पत्तियों और बालियों का रस चूसता है। जिससे पौधा कमज़ोर पड़ जाता है।
इसके चलते दाने की गुणवत्ता भी ख़राब हो जाती है काला तेला से फ़सल को बचाने के लिए किसान बासमती की फ़सल पर दवाओं का अंधाधुँध छिड़काव कर रहे हैं। लेकिन दवाएँ भी बेअसर साबित हो रही हैं। वहीं कृषि विशेषज्ञ भी मानते हैं कि दवाओं का अधिक छिड़काव बासमती की गुणवत्ता के लिए घातक साबित हो सकता है।

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