
नई दिल्ली : वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के ग्लोबल कॉम्पिटिटिवनेस इंडेक्स के मुताबिक भारत ब्रिक्स देशों में दूसरी सबसे बेहतर इकोनॉमी बन गया है। इस मामले में भारत से पहले चीन का नाम आता है।
यह इंडेक्स बताता है कि इस साल भारत की ग्रोथ रेट चीन से बेहतर रहेगी। इसके मुताबिक भारत अब बड़े क्षेत्रों में सुधार और फाइनैंशल सिस्टम में पारदर्शिता की बदौलत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शुमार है।
भारत में हुआ सबसे अधिक सुधार:
इस इंडेक्स के मुताबिक साल 2015-16 में कॉम्पिटिटिवनेस के लिहाज से भारत में सबसे अधिक सुधार देखने को मिला है। करीब 139 देशों के बीच भारत 16 पायदान ऊपर बढ़कर 39वें स्थान पर पहुंच गया है। चीन इस इंडेक्स में 28वें स्थान पर काबिज है और वो ब्रिक्स देशों में सबसे आगे है।
कैसा रहा अन्य देशों का प्रदर्शन:
अगर अन्य देशों की बात की जाए तो रूस और दक्षिण अफ्रीका दोनों दो अंकों के सुधार के साथ 43वें और 47वें पायदान पर पहुंच गए हैं। अगर सिर्फ ब्रिक्स देशों की बात करें तो सिर्फ ब्राजील की रैंकिंग में गिरावट देखने को मिली है। यह छह पायदान फिसलकर 81वें स्थान पर आ गया है।
ग्लोबल कॉम्पिटिटिवनेस रिपोर्ट 2016 यह बताती है कि भारत की कॉम्पिटिटिवनेस गुड्स मार्केट एफिशिएंसी, बिजनस के तौर तरीकों और इनोवेशनल के क्षेत्र में बढ़ी है। बेहतर मॉनीटरिंग और वित्तीय नीतियों के चलते ऑयल की कम कीमतों के कारण ही भारत की इकोनॉमी स्थिर है। इस वजह से ही यह जी20 देशों सबसे अधिक ग्रोथ दिखा रही है। गौरतलब है कि यह रिपोर्ट नई दिल्ली में 6-7 अक्टूबर को होने वाले इंडिया इकनॉमिक समिट से पहले जारी की गई है।
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