
10वीं कक्षा के एक छात्र को अपने स्कूल बैग में खिलौने वाला पिस्तौल लाना महंगा पड़ गया। स्कूल प्रिंसिपल ने उसके बैग से वो पिस्तौल निकाली और स्कूल के मैनेजमेंट को बुलाकर पिस्तौल को चलाया गया लेकिन वो पिस्तौल नहीं खिलौना था। इसके बावजूद मैनेजमेंट के आदेश पर प्रिंसिपल ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए छात्र की टीसी काटकर उसके हाथ में थमा दी।
छात्र प्रिंसिपल के आगे भविष्य की दुहाई देता रहा, लेकिन मैनेजमेंट और प्रिंसिपल नहीं माने । छात्र को आज स्कूल से बाहर हुए करीब एक सप्ताह बीत चुका है। लेकिन स्कूल प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
वहीं छात्र ने अपना भविष्य चौपट होता देख अपने घर में आत्महत्या करने का प्रयास कर डाला, लेकिन मौके पर परिजनों ने देख लिया और उसे रोक लिया।

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