32 फीसदी बढ़ा कोटक महिंद्रा बैंक का मुनाफा

32 फीसदी बढ़ा कोटक महिंद्रा बैंक का मुनाफा

शुद्ध ब्याज आय में इजाफे की पृष्ठभूमि में निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक का एकल शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 32 फीसदी की उछाल के साथ 696 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एकीकृत आधार पर मुनाफा हालांकि बढ़कर 1056 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पहले 929 करोड़ रुपये रहा था। शुद्ध ब्याज आय इस दौरान 65 फीसदी के भारी-भरकम उछाल के साथ 1857 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 1123 करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान अन्य आय भी बढ़कर 682 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पहले 668 करोड़ रुपये रही थी। हालांकि बैंक की आय पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले तुलनायोग्य नहीं है क्योंकि कोटक व आईएनजी वैश्य बैंक के बीच विलय 1 अप्रैल 2015 को प्रभावी हुआ था। बैंंक का सकल एनपीए थोड़ा बढ़कर 2838 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो दिसंबर तिमाही में 2690 करोड़ रुपये रहा था। कुल उधारी के प्रतिशत के आधार पर सकल गैर-निष्पादित आस्तियां बढ़कर 2.36 फीसदी पर पहुंच गई, जो दिसंबर तिमाही में 2.30 फीसदी थी। इस अवधि में शुद्ध एनपीए बढ़कर 1.06 फीसदी पर पहुंच गया, जो पहले 0.96 फीसदी रहा था। बैंक का प्रावधान मामूली घटकर 200 करोड़ रुपये रहा, जो दिसंबर तिमाही में 232 करोड़ रुपये रहा था।

सार्वजनिक क्षेत्र के ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) का शुद्ध लाभ मार्च 2016 की चौथी तिमाही में 21.62 करोड़ रुपये रहा, जबकि 2014-15 की इसी अवधि में उसे 178.44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। समीक्षाधीन अवधि में बैंक की कुल आय 4.68 फीसदी घटकर 5,451.6 करोड़ रुपये पर आ गई, जो पिछले साल की इसी अवधि में 5,719.39 करोड़ रुपये रही थी। जनवरी-मार्च 2016 की अवधि में बैंक ने एनपीए के लिए 1,026.11 करोड़ रुपये का प्रावधान किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,106.57 करोड़ रुपये रहा था। 2015-16 की चौथी तिमाही में ओबीसी का कुल एनपीए बढ़कर 9.57 फीसदी हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 5.18 फीसदी था। पूरे वित्त वर्ष के दौरान के बैंका का कुल मुनाफा घटकर 156.08 करोड़ रुपये रह गया।

सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक का मुनाफा मार्च तिमाही के दौरान एनपीए और आपात स्थितियों के लिए अधिक प्रावधान किए जाने की वजह से 59 फीसदी गिरकर 84.49 करोड़ रुपये रह गया। बैंक का मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 206.16 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने कहा, 'मार्च में समाप्त तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 4,513.60 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 4,410.49 करोड़ रुपये थी।' चौथी तिमाही में एनपीए और आपात जरूरतों के लिए पूंजी प्रावधान बढ़कर 813.58 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 562.57 करोड़ रुपये था। बैंक का सकल एनपीए मार्च तिमाही में 6.66 फीसदी हो गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 4.40 फीसदी था। पूरे वित्त वर्ष में इंडियन बैंक का शुद्ध मुनाफा 29.2 फीसदी बढ़कर 711.38 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,005.17 करोड़ रुपये रहा था।

निजी क्षेत्र के साउथ इंडियन बैंक का मार्च तिमाही में शुद्ध मुनाफा चार गुना बढ़कर 72.97 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जिसके पीछे बड़ी वजह अन्य स्रोतों से बैंक की ऊंची आय होना है। बैंक ने एक बयान में बताया कि वित्त वर्ष 2014-15 में इसी अवधि में उसका शुद्ध लाभ 16.32 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने कहा, 'वित्त वर्ष 2015-16 की मार्च तिमाही में उसकी कुल आय 1,506.94 करोड़ रुपये रही, जो वर्ष 2014-15 की इसी अवधि में 1,444.37 करोड़ रुपये रही थी।' आलोच्य अवधि में बैंक की अन्य स्रोतों से आय 80 फीसदी बढ़कर 52.71 करोड़ रुपये रही जबकि फंसे हुए कर्ज और आपातस्थिति के प्रावधानों में कटौती की गई और इसे 137.74 करोड़ रुपये से कम करके 116.25 करोड़ रुपये कर दिया गया। 

इलेक्ट्रिकल सामान बनाने वाली कंपनी हैवल्स इंडिया का एकल शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में तीन गुना होकर 366.49 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 121.85 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान एकल आधार पर उसकी शुद्ध बिक्री 9.23 फीसदी बढ़कर 1,463.36 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1339.69 करोड़ रुपये थी।  एशियन पेंट्स का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च में समाप्त तिमाही में 19.87 फीसदी बढ़कर 408.75 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने पिछले साल इसी तिमाही में 340.97 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। एशियन पेंट्स ने कहा कि चौथी तिमाही में उसकी एकीकृत बिक्री 12.28 फीसदी बढ़कर 3,919.23 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 3490.39 करोड़ रुपये रही थी। समूचे वित्त वर्ष के लिए कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ बढ़कर 1726.21 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 2014-15 में 1,395.15 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री 15,330.72 करोड़ रुपये रही।

 

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