
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज दूसरे दिन भी गिरावट के साथ खुला। कई दिनों की तेजी के बाद बुधवार को भी बाजार गिरावट के साथ खुला था लेकिन बाद में बाजार संभल गया और तेजी के साथ बंद हुआ। आज शुरुआती कारोबार में सेंसेक्सल 85 अंकों की तेजी के साथ 24,709 अंक पर पहुंच गया है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी गिरावट के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में 25 अंकों की गिरावट के साथ 7,507 अंकों पर कारोबार कर रहा है। हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप के शेयर लाभ में दिख रहे है। मिडकैप के शेयर 39 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं, जबकि स्मॉलकैप के शेयरों में 66 अंकों की तेजी दर्ज की जा रही है।
बुधवार को लगातार छठे दिन बाजार बढत के साथ बंद हुआ। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स करीब 135 अंक की मजबूती के साथ पांच सप्ताह के उच्चतम स्तर 24,793.96 अंक पर बंद हुआ। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद बने रहने से बाजार में तेजी देखी गयी. कारोबार के आखिरी चरण में लिवाली से निफ्टी 7,500 के स्तर को फिर से हासिल कर लिया। चीन के निर्यात में भारी गिरावट के आंकडों तथा कच्चे तेल के भाव में नरमी के कारण अमेरिकी बाजार में मंगलवार की गिरावट के बाद एशिया के अधिकतर शेयर बाजारों में कमजोर रुख रहा। तीस शेयरों वाला सूचकांक बुधवार को कमजोर खुला लेकिन दोपहर बाद यूरोपीय बाजारों में अच्छी शरुआत की खबर से घरेलू बाजार में निवेशकों का उत्साह बढा। आखिरी दौर में तेल लिवाली के समर्थन से अंत में यह 134.73 अंक या 0.55 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,793.96 अंक पर बंद हुआ। यह पांच सप्ताह का उच्चतम स्तर है। इससे पहले, एक फरवरी को सेंसेक्स 24,824.83 अंक पर बंद हुआ था। पिछले पांच सत्रों में सेंसेक्स 1,657.23 अंक मजबूत हुआ था।
पचास शेयरों वाला नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी बुधवार को 46.50 अंक या 0.62 प्रतिशत की बढत के साथ 7,531.80 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,424.30 से 7,539 अंक के दायरे में रहा। कारोबारियों के अनुसार बाजार में मौजूदा तेजी का मुख्य कारण रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद है। सरकार द्वारा 2016-17 के बजट में राजकोषीय घाटा 3.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने के साथ नीतिगत दर में कटौती की संभावना जतायी जा रही है।
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