
एसबीआइ ( स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) ने नये साल से अपनी कुछ सेवाओं पर अतिरिक्त चार्ज वसूलने की तैयारी की है। एक जनवरी 2016 से बैंक लॉकर लेने और मिनिमम एकाउंट बनाये रखने को लेकर कुछ नये खर्च उपभोक्ताओं पर लादने की तैयारी पूरी कर ली गयी है। इसके अलावा एसबीआइ ने दो पहिया, चार पहिया, होम लोन, बिल कलेक्शन पर लगाये जानेवाले सर्विस चार्ज को भी बढ़ाने का फैसला किया है।
लॉकर पर लगनेवाला टैक्स : बैंक स्माल साइज लॉकर पर मेट्रो और शहरी क्षेत्रो में अभी तक 1100 रुपये फीस लेता है। नये शुल्क में अब 1100 रुपये के बाद सर्विस चार्ज लिया जायेगा। मीडियम साइज लॉकर के लिए 2800 रुपये के बाद सर्विस टैक्स. छोटे शहरों और रुरल क्षेत्र में बैंक ने मीडियम साइज लॉकर के लिए फीस 1700 रुपये बढ़ाकर 1800 रुपये कर दी है। इसके अलावा सर्विस चार्ज भी देना पड़ेगा। बड़े लॉकर की फीस एरिया के हिसाब से 6000-8000 रुपये सालाना कर दी गयी है। पहले यह 5000-7500 रुपये था। करंट अकाउंट में तिमाही मिनिमम बैलेंस मेंटेन न करने पर लगेगा चार्ज : बैंक ने सेविंग और करंट अकाउंट क्लोज करने की फीस भी बढ़ाने का फैसला किया है। कोई खाताधारक बैलेंस मेंटेन न करने पर 14 दिन के बाद और छह माह के अंदर बंद कराने पर अब 500 से लेकर 1000 रुपये तक का चार्ज प्रदान करना होगा। फिलहाल इस पर मिनिमम चार्ज 337 रुपये है।
होम और टू व्हीलर पर लोन के लिए लगनेवाली प्रोसेसिंग फीस ज्यादा हो जायेगी : होम लोन अमाउंट पर 0.35 फीसदी प्रोसेसिंग फीस चुकानी होगी, इसके पहले यह फीस 25 प्रतिशत थी। त्यौहारी मौसम के वक्त इस फीस को व्यापार बढ़ाने के उद्देश्य से जीरो कर दिया जाता है। होम लोन पर मिनिमम फीस 1000 से बढ़ाकर 2000 रुपये कर दी गयी है। जनरल कार लोन पर फीस 0.50 प्रतिशत कर दी गयी है। ट्रेडर्स अकाउंट के लिए लगनेवाली बिल कनेक्शन फीस भी ज्यादा हो जायेगी। इसके अलावा प्री पेड कार्ड महंगे होंगे। बैंक से गिफ्ट कार्ड, इजी पे कार्ड भी नये साल से महंगा होगा। पहले बैंक जहां इन पर 102 रुपये की फीस लेता था, अब इन पर 105 रुपये फीस वसूली जायेगी। इसके अलावा बैंक बिल कलेक्शन फीस को भी मिनिमम 150 रुपये कर दिया गया है, जो पूर्व में 51 रुपये थी।
Leave a comment