
सिंगापुर ने मॉरीशस को भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में पीछे छोड़ दिया है। इस चालू वित्त वर्ष की प्रथम छः माहि में सबसे ज्यादा FDI यानि प्रत्यक्ष विदेशी सिंगापुर से ही आया है। DIPB के आकड़ो की माने तो चालू वित्त वर्ष अप्रैल-सितम्बर में सिंगापुर से 43,096 करोड़ रुपये यानि 6.69 अरब डॉलर रूपए का विदेशी निवेश भारत आया। वही मॉरीशस से 3.66 अरब डॉलर का विदेशी निवेश भारत आया। आपको बता दे कि इस ही अवधि में पिछले साल लगभग 2.41 अरब डॉलर का एफडीआई भारत में आया था। विशेषज्ञों की माने तो इस FDI में बढ़ोतरी का कारण सिंगापुर के साथ दोहरा कर बचाव संधि को माना जा रहा है। जिससे विदेशी निवेशकों का भारत में निवेश करना आसान हो गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों का सिंगापुर को ज्यादा महत्व दे रहे है। क्योकि भारत सिंगापुर संधि में LOB अनुबंधन है जो कि निश्चितता देता है। आपको बता दे कि अप्रैल-सितम्बर 2015 दौरान जिन क्षेत्रो में अत्यदिक मात्रा में विदेशी निवेश आये है वो है। दूरसंचार , कारोबार, सेवा एवं वाहन, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर।

Leave a comment