
दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी भारती एयरटेल ने देश में अपने नेटवर्क को मजबूत बनाने के उद्देश्य से 60,000 करोड़ रुपए के निवेश से प्रोजेक्ट लीप शुरू करने की घोषणा की है। कंपनी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि प्रोजेक्ट लीप पर अगले तीन साल में किया जाने वाला 60,000 करोड़ रुपए का निवेश अबतक एक्टिव एवं पैसिव नेटवर्क को मजबूत करने, स्पेक्ट्रम खरीदने के साथ ही फाइबर, सबमरीन केबल का विस्तार एवं प्रणाली में सुधार के लिए किए गए एक लाख 60,000 करोड़ रुपए के निवेश से इतर है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत एवं दक्षिण एशिया) गोपाल विट्टल ने इस परियोजना की घोषणा करते हुये कहा, एयरटेल के लिए उसके ग्राहक ही सबकुछ हैं और उन्हें विश्व स्तरीय सेवा देने के लिए हम प्रतिबद्ध है। प्रोजेक्ट लीप की घोषणा करके हमें बेहद खुशी है। इसके जरिये अगले तीन साल में कंपनी का नेटवर्क विश्व स्तरीय बन जाएगा। विट्टल ने परियोजना में शामिल 10 कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे देश में सबसे बड़ा नेटवर्क स्थापित होगा।
इसके तहत चालू वित्त वर्ष में कंपनी 70,000 बेस स्टेशन बनाएगी। मार्च 2016 तक एयरटेल का 60 प्रतिशत नेटवर्क मोबाइल ब्रॉडबैंड समर्थित होगा। इसके अलावा अपनी मौजूदा स्थिति को और मजबूत करने के लिए कंपनी की एक लाख 60,000 से अधिक बेस स्टेशन स्थापित करने की योजना है। इससे नेटवर्क की गुणवत्ता में सुधार के साथ ही देश भर में कंपनी की वॉयस एवं डाटा सेवा और बेहतर होगी।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से मार्च 2016 तक देश के सभी शहरों तथा ढाई लाख गांवों को मोबाइल ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा। तीन साल में गांवों की संख्या बढ़ाकर पांच लाख की जाएगी। विट्टल ने कहा कि देश में डाटा सेवाओं की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए इस प्रोजेक्ट के जरिए कंपनी घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पांच लाख 50,000 हजार किलोमीटर फाइबर नेटवर्क स्थापित करेगी।
इसके तहत विभिन्न स्पेक्ट्रम बैंड पर छोटे सेल, कैरियर एग्रिगेशन सॉल्यूशंस, वाईफाई एवं बहु तकनीकों के इस्तेमाल की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके तहत नयी वेक्टरिंग तकनीक के माध्यम से कंपनी अपने तीस लाख होम ब्रॉडबैंड नेटवर्क को उन्नत बनाएगी। इस तकनीक के जरिए वर्ष 2016 तक कंपनी ब्रॉडबैंड की स्पीड मौजूदा 16 मेगाबाइट प्रति सेकेंड (एमबीपीएस) से बढ़ाकर 50 एमबीपीएस करने में सक्षम हो सकेगी।
कंपनी की इस स्पीड को और बढ़ाकर 100 एमबीपीएस करने की योजना है। विट्टल ने कहा कि कंपनी घरेलू नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल कर कई अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगी, जिसमें फाइबर के साथ ही इंटरनेट वायरलेस एक्सेस नेटवर्क (आईडब्ल्यूएएन) शामिल है। इस प्रोजेक्ट के तहत कंपनी की लाखों छोटे एवं मध्यम उपक्रमों को बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की योजना है।
उन्होंने कहा कि कंपनी अगले तीन साल में हरित तकनीक में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। आधुनिक एवं बिजली की कम खपत वाली रेडियो प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें बेस स्टेशन एवं छोट सेल का इस्तेमाल शामिल है। बहुबैंड एंटीना और बैट्री तकनीक का उपयोग शुरू किया जाएगा जिससे बिजली की खपत घटने के साथ ही डीजल पर से निर्भरता कम होगी।
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