अब नहीं हो सकेगी चालानिंग में हेर-फेर, डिजिटली दर्ज होगी चालान पर लोकेशन और टाइमिंग।

अब नहीं हो सकेगी चालानिंग में हेर-फेर, डिजिटली दर्ज होगी चालान पर लोकेशन और टाइमिंग।

हरियाणा के आरटीए कार्यालयों में लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार के मामलों ने सरकार के कान खड़े कर दिए हैं। ई-चालानिंग तो कई राज्यों में थोड़ी-थोड़ी हो रही है। लेकिन, वाहन और सारथी पोर्टल के साथ डाटा इंटीग्रेटेड करने की पहल सबसे पहले हरियाणा कर रहा है। परिवहन विभाग ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर राज्य में सेफ ड्राइविंग और परिवहन कार्यालयों में भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से यह कवायद शुरू की है। क्योंकि सीएमओ को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि न केवल आरटीए कार्यालय के लोग, बल्कि ट्रैफिक पुलिस के लोग भी वाहनों के चालान में मनमानी कर रहे हैं। जिसका चाहे चालान करते हैं और जिसे चाहें छोड़ देते हैं। यहां तक कि रिकॉर्ड में भी काट-छांट अथवा हेराफेरी करके सरकार को भी राजस्व का नुकसान पहुंचाते हैं। भ्रष्टाचार की इन्हीं शिकायतों के कारण दो महीने पहले ही सीएमओ की फ्लाइंग स्क्वायड ने सभी 22जिलों के आरटीए कार्यालयों में एक साथ छापेमारी करके कई अनियमितताएं पकड़ी थीं। करप्शन की शिकायतों की वजह से सीएम मनोहर लाल ने एक ही आदेश से सभी 22जिलों के आरटीए सचिव तुरंत प्रभाव से हटा दिए थे और स्थानीय एडीसी को अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया था।

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