
Syria News:सीरिया में डेढ़ दशक से चल रहे संघर्ष में विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। विद्रोहियों ने सीरिया के अधिकांश हिस्सों पर कब्जा कर लिया है, जिसमें राजधानी दमिश्क भी शामिल है। इन क्षेत्रों में विद्रोहियों ने सरकारी टीवी नेटवर्क पर भी नियंत्रण स्थापित कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बशर अल असद का विमान मार गिराया गया है, और प्रधानमंत्री ने सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। इस बीच, सीरियाई सेना चुप है और कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
HTS का मुखिया है जुलानी
सीरिया पर कब्जा करने वाला विद्रोही गुट हयात तहरीर अल शाम (HTS) अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नेतृत्व में है। जुलानी खुद को एक आधुनिक इस्लामिक नेता मानता है। 2016में, जब उन्होंने HTS को अलकायदा से अलग किया, तब से उनका मुख्य उद्देश्य बशर अल असद की सरकार को सत्ता से हटाना था। अब, विद्रोहियों का यह गुट सीरिया में शासन की दिशा तय कर रहा है।
क्या है HTS?
हयात तहरीर अल शाम (HTS) गुट पहले अलकायदा का हिस्सा था, लेकिन जुलानी ने 2016में इसे अलकायदा से अलग किया। इसके बाद HTS ने असद सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखी और धीरे-धीरे सीरिया में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक ताकत के रूप में उभरा। पश्चिमी देशों द्वारा HTS को आतंकवादी संगठन माना जाता है, लेकिन जुलानी ने इसे सत्ता परिवर्तन के बाद एक प्रभावशाली राजनीतिक ताकत बना दिया है।
दमिश्क में ही पैदा हुआ जुलानी
1982 में दमिश्क में जन्मे अबू मोहम्मद अल-जुलानी का परिवार गोलान हाइट्स से ताल्लुक रखता है, जिसे 1967 में इस्राइल ने कब्जा कर लिया था। जुलानी ने अपनी कट्टरपंथी विचारधारा को छोड़ते हुए खुद को उदारवादी नेता के रूप में पेश किया। अब सवाल यह है कि क्या जुलानी सीरिया की सत्ता संभालेंगे, या वे एक किंग मेकर बनकर राजनीतिक घटनाओं को दिशा देंगे? इन सवालों का जवाब समय के साथ मिलेगा, लेकिन यह तय है कि सीरिया में एक नया युग शुरू होने जा रहा है, जिसमें जुलानी और उनके गुट की अहम भूमिका होगी।
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