Nautapa: क्या होता है नौतपा? जिसकी वजह से आसमान से बरस रहे ‘आग के गोले’

Nautapa:  क्या होता है नौतपा? जिसकी वजह से आसमान से बरस रहे ‘आग के गोले’

Nautapa: भीषण गर्मी ने लोगों का जीना बेहाल किया हुआ है। इस साल गर्मी ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। देश की राजधानी दिल्ली में तो तापमान 50 डिग्री के पार जा चुका है। भीषण गर्मी की वजह से कई राज्यों में लोगों की जान भी जा रही है। इस भीषण गर्मी की वजह नौतपा बताई जा रही है। ऐसे में ये नौतपा क्या है इसी के बारे में बताएंगे

नौतपा जिसको नवताप नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, जब सूर्य रोहणी नक्षत्र में प्रवेश करता है और 9 दिनों तक रहता है तो इसको ही नौतपा की अवधि कही जाती है। इस साल 25 मई को रात 3 बजकर 17 मिनट पर सूर्य कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में आ चुका है। ये आठ जून को रात 1 बजकर 6 मिनट तक इसी नक्षत्र में रहेंगा। ऐसे में 25 मई को नौतपा भी शुरू हो चुका है, जो इन 15 दिनों के शुरुआती नौ दिनों तक रहेगा। यानी नौतपा 2 जून तक रहने वाला है।

कब पड़ता है नौतपा

आमतौर पर ये मई के अंत में और जून के पहले हफ्ते में पड़ता है। किसान को इसका खास इंतजार रहता है क्योंकि ऐसा कहते हैं कि नौतपा खूब तपेगा तो बारिश जमकर होगी। कई सालों बाद ऐसी स्थिति आई है कि नौतपा के दौरान तापमान काफी तेजी से बढ़ रहा है। वर्ना नौतपा के दौरान इतनी भीषण गर्मी नहीं पड़ती थी, क्योंकि इस दौरान अलग-अलग वजहों से या तो बारिश हो जाती थी या फिर तापमान ज्यादा नहीं बढ़ता था। कहते हैं कि अगर  नौतपा के दौरान बारिश हो जाती है तो बारिश कम होने की आशंका पैदा हो जाती है। जिससे किसानों को सूखा जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है।  

क्या कहता है विज्ञान

दूसरी तरफ,विज्ञान नौतपा के इस पहलू को नहीं मानता है। ये सिर्फ ज्योतिष की मान्यता है। मौसम विज्ञानी हर बार बदल रहे मानसून चक्र के आधार पर इस बात को नहीं मानते हैं। भले ही विज्ञान और ज्योतिष में नौतपा को लेकर कुछ विचार अलग-अलग हैं, लेकिन ये बात दोनों ही स्वीकार करते हैं कि इस दौरान सबसे तेज गर्मी पड़ती है।

Leave a comment