
Trump on Israel-Hamas War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाज़ा में इज़रायल की सैन्य कार्रवाई को और तेज करने की बात कही है। स्कॉटलैंड यात्रा से पहले एक भोज के दौरान ट्रंप ने कहा, "हमास ने अमेरिका समर्थित सीज़फायर प्रस्ताव को ठुकराकर साबित कर दिया कि वह शांति नहीं चाहता। मुझे लगता है वे मरना चाहते हैं। अब समय है कि इसे खत्म किया जाए।" ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने अमेरिकी-इज़रायली बंधक एडन अलेक्जेंडर की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने हमास पर बातचीत के अंतिम चरण में भी समझौता न करने का आरोप लगाया, जिससे हिंसा जारी रखने की उनकी मंशा साफ होती है। अमेरिकी मध्यस्थ स्टीव विटकॉफ ने भी हमास को बातचीत में रुकावट का जिम्मेदार ठहराया और घोषणा की कि अमेरिका अब मौजूदा वार्ता से पीछे हट रहा है ताकि नई रणनीति बनाई जा सके।
इज़रायल पर दबाव का आरोप
हमास ने ट्रंप और विटकॉफ के बयानों को इज़रायल के पक्ष में दबाव बनाने की कोशिश करार दिया। हमास के वरिष्ठ अधिकारी बासेम नईम ने फेसबुक पर कहा कि बातचीत रचनात्मक रही थी, और विटकॉफ का बयान पक्षपातपूर्ण है। कतर और मिस्र जैसे मध्यस्थ देशों ने बताया कि वार्ता में कुछ प्रगति हुई है, और इसका रुकना प्रक्रिया का हिस्सा है। वे अमेरिका के साथ मिलकर शांति प्रयास जारी रखने को प्रतिबद्ध हैं। इस बीच, इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वे बंधकों की रिहाई और हमास के शासन को खत्म करने के लिए "वैकल्पिक" रास्तों पर विचार कर रहे हैं।
भूख और हिंसा का कहर
गाज़ा में मानवीय स्थिति बद से बदतर हो रही है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, बीते 24घंटों में भुखमरी से नौ लोगों की मौत हुई, और बच्चों के लिए जरूरी पोषक भोजन लगभग खत्म हो चुका है। इज़रायल का दावा है कि उसने पर्याप्त राहत सामग्री भेजी, लेकिन यूएन ने इस पर सवाल उठाए हैं। शुक्रवार को इज़रायली हमलों में 21लोग मारे गए, जिनमें गाज़ा सिटी के एक स्कूल पर हुए हमले में पत्रकार आदम अबु हरबिद सहित पांच लोग शामिल हैं। ट्रंप ने कहा, "अब डिप्लोमेसी का समय नहीं, हमास को ढूंढ-ढूंढ कर खत्म करना होगा।" यह बयान गाज़ा में बढ़ते तनाव और मानवीय संकट को और गहरा सकता है।
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