
Syria President Bashar Al Assad: सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों ने बड़ा हमला किया है। दमिश्क की सिदानिया जेल पर विद्रोहियों ने धावा बोल दिया। जिसके बाद उन्होंने दमिश्क को अपने नियंत्रण में ले लिया है। मिली जानकारी के अनुसार, बशर अल-असद देश छोड़कर भाग गए हैं।
बता दें, सिदानिया जेल में बड़ी संख्या में बशर असद के विरोधी कैद हैं। उन्होंने पब्लिक रेडियो और टीवी बिल्डिंग को अपने नियंत्रण में ले लिया। यह एक सिंबॉलिक साइट है, क्योंकि यहां से वे नई सरकार का ऐलान कर सकते हैं। फिलहाल विद्रोही हवाई फायरिंग कर राजधानी पर जीत का जश्न मना रहे हैं।
असद से आजाद हो गया सीरिया
सीरिया की सेना के कमांडरों ने औपचारिक रूप से घोषणा कर दी है कि मुल्क में राष्ट्रपति बशर अल असद का 24 सालों का तानाशाही शासन समाप्त हो गया और सीरिया असद से आजाद हो गया। इसके अलावा स्थानीय मीडिया ने भी दावा किया कि बशर सरकार के एक विमान ने राजधानी से उड़ान भरी है। फिलहाल, विमान पर कौन सवार है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
लेकिन कबर के बाद से ही बशर असद के देश छोड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। स्थानीय मीडिया ने दावा किया है कि हाल ही में असद ने रूस में एक घर खरीदा था। तो ऐसे में माना जा रहा है कि असद अपने परिवार सहित देश छोड़कर रूस चले गए हैं।
लोगों ने लगाए 'आजादी' के नारे
विद्रोहियों के राजधानी दमिश्क में प्रवेश करते ही उनके स्वागत में लोग घरों से निकलने लगे। दमिश्क के कई चौक चौराहों पर लोगों ने 'आजादी', 'आजादी' के नारे भी लगाए। वहीं, विद्रोहियों के कमांडरों ने कहा है कि हम इस मौके का स्वागत करते हैं। अब राजनीतिक बंदियों को छोड़ा जा रहा है। अब सीरिया में अन्याय का शासन खत्म हो गया है।
50 साल बाद पार्टी का शासन खत्म
विद्रोहियों ने कहा 'असद की पार्टी यानी बाथिस्ट शासन के तहत 50 वर्षों के उत्पीड़न और 13 वर्षों के अपराध, अत्याचार और विस्थापन के बाद एक लंबे संघर्ष का सामना किया। जिसके बाद हम आज, 8 दिसंबर, 2024 को उस काले युग की समाप्ति और सीरिया के लिए एक नए युग की शुरुआत का ऐलान करते हैं।'
बता दें, आज से 50 साल पहले बशर अल-असद के पिता हाफिज अल-असद ने बड़े क्रूरता के साथ देश की सत्ता पर कब्जा किया था। लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है जब सीरिया में इस तरह का विद्रोह और तख्तापलट हुआ है। 1950-60 के दशकों में जब सीरिया में तख्तापलट हुए तो सेना ने सबसे पहले रेडियो-टीवी बिल्डिंग को अपने कब्जे में लेकर नई सरकार का ऐलान किया। अब एक बार हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस समूह) ने उसी तख्तापलट को दोहराया है।
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