राष्ट्रपति असद के देश छोड़ने के बाद UNSC ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, मौजूदा हालात को देखते हुए अब होगा फैसला

राष्ट्रपति असद के देश छोड़ने के बाद UNSC ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, मौजूदा हालात को देखते हुए अब होगा फैसला

Syria Voilence:सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए हैं। ऐसे में मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने आज 9 दिसंबर को एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। मिली जानकारी के अनुसार, ये इमरजेंसी मीटिंग कुछ ही देर बाद शुरू होगी। 

बता दें, सीरियाई विद्रोहियों ने रविवार 8 दिसंबर को सीरिया की राजदानी दमिश्क पर कब्ज़ा कर लिया। जिसके बाद 50 साल से चला आ रहा असद परिवार का शासन भी खत्म हो गया है। इसमें से राष्ट्रपति के रूप में असद का शासन 24 साल तक रहा।

कब-कैसे हुआ दमिश्क में हमला?

सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS)  के नेतृत्व में विद्रोहियों ने कल रविवार को बड़ा हमला किया था। दमिश्क की सिदानिया जेल पर विद्रोहियों ने धावा बोल दिया। जिसके बाद उन्होंने दमिश्क को अपने नियंत्रण में ले लिया है। जिसके बाद बशर अल-असद देश छोड़कर भाग गए।

इस बीच, सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने विद्रोहियों के साथ सहयोग करने पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि वे शांतिपूर्ण संक्रमण सुनिश्चित करेंगे। इसके बाद HTS प्रमुख अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने अपने सैनिकों को सार्वजनिक संविधानों से दूर रहने का आदेश दिया, जब तक कि प्रधानमंत्री की ओर से आधिकारिक हस्तांतरण पूरा नहीं हो जाता।

कब हुई सीरिया में गृह युद्ध की शुरुआत?

बता दें, 2011 में सीरिया में गृह युद्ध की शुरुआत हुई। लेकिन अब लंबे संघर्ष के बाद यह बशर अल-असद की सरकार को खत्म करने में सफल रहा। रूस और ईरान के समर्थन के कारण बशर अल असद की सरकार बनी रही। वहीं, 27 नवंबर को एचटीएस ने नए सिरे से युद्ध शुरू किया।

असद से आजाद हो गया सीरिया

सीरिया की सेना के कमांडरों ने औपचारिक रूप से घोषणा की थी कि मुल्क में राष्ट्रपति बशर अल असद का 24 सालों का तानाशाही शासन समाप्त हो गया और सीरिया असद से आजाद हो गया। इसके अलावा स्थानीय मीडिया ने भी दावा किया कि बशर सरकार के एक विमान ने राजधानी से उड़ान भरी थी। फिलहाल, विमान पर कौन सवार था, इसकी जानकारी सामने नहीं आई थी।

लंबे समय से राजधानी शहर पर अपनी नज़र बनाए रखने के बाद, विद्रोहियों ने पहले 24 घंटे में चार प्रमुख शहरों - दारा, कुनेत्रा, सुवेदा और होम्स पर कब्ज़ा कर लिया। फिर इसने आखिरी बड़ा कदम उठाया। विपक्षी सेना ने दमिश्क में प्रवेश किया और शहर पर कब्ज़ा कर लिया.

लोगों ने लगाए'आजादी' के नारे

विद्रोहियों के राजधानी दमिश्क में प्रवेश करते ही उनके स्वागत में लोग घरों से निकलने लगे। दमिश्क के कई चौक चौराहों पर लोगों ने'आजादी', 'आजादी' के नारे भी लगाए। वहीं, विद्रोहियों के कमांडरों ने कहा है कि हम इस मौके का स्वागत करते हैं। अब राजनीतिक बंदियों को छोड़ा जा रहा है। अब सीरिया में अन्याय का शासन खत्म हो गया है।

50 साल बाद पार्टी का शासन खत्म

विद्रोहियों ने कहा'असद की पार्टी यानी बाथिस्ट शासन के तहत 50 वर्षों के उत्पीड़न और 13 वर्षों के अपराध, अत्याचार और विस्थापन के बाद एक लंबे संघर्ष का सामना किया। जिसके बाद हम आज, 8 दिसंबर, 2024 को उस काले युग की समाप्ति और सीरिया के लिए एक नए युग की शुरुआत का ऐलान करते हैं।'

बता दें, आज से 50 साल पहले बशर अल-असद के पिता हाफिज अल-असद ने बड़े क्रूरता के साथ देश की सत्ता पर कब्जा किया था। लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है जब सीरिया में इस तरह का विद्रोह और तख्तापलट हुआ है। 1950-60 के दशकों में जब सीरिया में तख्तापलट हुए तो सेना ने सबसे पहले रेडियो-टीवी बिल्डिंग को अपने कब्जे में लेकर नई सरकार का ऐलान किया। अब एक बार हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस समूह) ने उसी तख्तापलट को दोहराया है।   

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