Sambhal Riots Files Reopen: उत्तर प्रदेश के संभल से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, साल 1978 में संभल में भीषण दंगा हुआ था। जिसमें 180 से अधिक हिंदुओं की हत्या कर दी गई थी। अब योगी सरकार ने 1978 दंगे की जांच फिर से शुरु करने का आदेश दिया है। जानकारी के अनुसार, संभल एसपीकेके बिश्नोईने स्थानीय प्रशासन और पुलिस को मिलकर चार दशक पहले हुए दंगे की जांच करेगी और महज एक हफ्ते में रिपोर्ट सोंपेगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों संभल सुर्खियों में रहा था। जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए हिंसा के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई करने में जुटी हुई है। इस दौरान अवैध बिजली की चोरी भी सामने आई है। वहीं, बड़ी संख्या में मंदिरों और कुओं का भी पता चला है। जो साल 1978 दंगे के बाद से बंद था।
एसपी ने दिया आदेश
बता दें, संभल एसपी केके बिश्नोई ने जिला अधिकारी डॉ राजेंद्र पैंसियाको पत्र लिखकर यह जानकारी दी कि यूपी विधान परिषद सदस्य श्रीचंद्र शर्मा ने 1978 दंगे की जांच करवाने की मांग की थी। इस मामले में उन्हें उप सचिव गृह और पुलिस अधीक्षक (मानवाधिकार) का पत्र मिला है। इसके बाद यह तय किया गया है कि पुलिस की ओर से जांच का कमान संभल एसपी श्रीचंद्र के हाथों होगी। हालांकि, प्रशासन की ओर कौन इस जांच समिति में शामिल होगा, अभीतक पता नहीं चल पाया है। बता दें, 1978 में हुए दंगों में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 24 लोगों की हत्या होने की बात सामने आई थी। लेकिन स्थानीय लोगों के अनुसार यह आंकड़ा कहीं अधिक था।
विधानसभा में सीएम ने किया था जिक्र
गौरतलब है कि विधानसभा सत्र के दौरान संभल में हुए दंगों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी बात रखी थी। इस दौरान वो तत्कालीन सरकारों पर जमकर गरजे थे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि संभल में 1978 के दंगों में 184 लोग मारे गए थे और कई लोग बेघर हो गए थे। ऐसे में देखना होगा कि जब संभल प्रशासन 47 साल बाद फिर से दंगों की फाइल खोलने जा रहा है तो क्या नए तथ्य सामने आते हैं।
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