Bastar Naxalites-Surrender: छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों ने एक बड़ी जीत हासिल की है। जगदलपुर में शुक्रवार को 210नक्सलियों ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इस समूह में प्रतिबंधित सीपीआई (माओइस्ट) संगठन के एक केंद्रीय समिति सदस्य सहित वरिष्ठ नेता शामिल थे। सरेंडर के दौरान उन्होंने भारतीय संविधान की प्रतियां हाथ में थामकर हिंसा का रास्ता छोड़ने का प्रतीकात्मक संकल्प लिया और 153हथियार सौंपे। यह घटना राज्य सरकार की सशक्त नीतियों और सुरक्षा अभियानों का परिणाम मानी जा रही है, जो नक्सल उन्मूलन की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।
फूलों से सम्मानित हुए पूर्व नक्सली
बता दें, जगदलपुर के बस्तर जिला मुख्यालय में आयोजित इस सरेंडर समारोह में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय विशेष रूप से उपस्थित रहे। नक्सलियों ने संविधान की किताबें हाथ में लेकर शपथ ली कि वे अब शांति और लोकतंत्र के मार्ग पर चलेंगे। उनके सरेंडर पर स्थानीय आदिवासी समुदाय के नेताओं ने फूल मालाओं से स्वागत किया, जो मुख्यधारा में लौटने का भावनात्मक क्षण था। समारोह में सीनियर पुलिस अधिकारी, अर्धसैनिक बल के जवान और स्थानीय निवासी भी शामिल हुए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सरेंडर करने वालों में एक केंद्रीय समिति सदस्य, चार दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति (डीएसजेडसी) सदस्य, 21प्रभागीय समिति सदस्य और 61क्षेत्रीय समिति सदस्य शामिल हैं। सौंपे गए हथियारों में 19एके-47राइफलें, 17सेल्फ-लोडिंग राइफलें, 23आईएनएसएएस राइफलें, एक आईएनएसएएस एलएमजी (लाइट मशीन गन), 36 .303राइफलें, चार कार्बाइन और 11बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) प्रमुख हैं।
सरेंडर के पीछे की कहानी
यह सरेंडर छत्तीसगढ़ सरकार की 'नक्सली आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025' और 'नियद नेल्ला नार योजना' का प्रत्यक्ष परिणाम है। इन योजनाओं के तहत सरेंडर करने वालों को आर्थिक सहायता, कौशल प्रशिक्षण और पुनर्वास की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। पिछले दो दिनों में राज्य में कुल 258नक्सलियों ने हथियार डाले हैं, जिसमें गुरुवार को 170और बुधवार को 27शामिल हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में भी 61नक्सलियों ने समर्पण किया।
बता दें, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को अबूझमाड़ और उत्तर बस्तर क्षेत्रों को नक्सल-मुक्त घोषित किया था। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें ले रहा है। जनवरी 2024 से भाजपा सरकार बनने के बाद से राज्य में 2,100 से अधिक नक्सली सरेंडर कर चुके हैं, 1,785 गिरफ्तार हुए हैं और 477 को सुरक्षा बलों ने ढेर किया है।
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