
Putin-Zelensky India Visit: भारत ने अपनी तटस्थ विदेश नीति को मजबूत करते हुए यूक्रेन के साथ रिश्तों को नई दिशा दी है। शनिवार को यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली का कुतुब मीनार यूक्रेनी झंडे के रंगों में जगमगा उठा। यूक्रेन के राजदूत ऑलेक्जेंडर पोलिशचुक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की को भारत दौरे का निमंत्रण दिया है, और दोनों देश इसकी तारीख तय करने में जुटे हैं। राजदूत ने इस दौरे को दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने वाला कदम बताया। भारत और यूक्रेन के बीच सहयोग को मजबूत करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
रूस के साथ भारत की गहरी दोस्ती एक बार फिर चर्चा में है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2025 के अंत में भारत दौरे पर आएंगे, जैसा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पुष्टि की थी। हालांकि, रूसी न्यूज एजेंसी इंटरफैक्स ने इसे 2025 के अंत तक होने की बात कही। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने पर भारत के खिलाफ 50% तक टैरिफ बढ़ाया है। भारत ने इसे 'अनुचित और तर्कहीन' करार दिया। विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए रूस के साथ सहयोग जारी रखेगा।
भारत की दृढ़ नीति, जयशंकर की दो टूक
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में भारत अपने हितों से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा को प्राथमिकता बताया। जयशंकर ने भारत-अमेरिका संबंधों की तीन चुनौतियों- व्यापार, रूस से तेल खरीद और पाकिस्तान पर अमेरिकी रुख- का जिक्र किया। उन्होंने ट्रंप की विदेश नीति को अनूठा बताते हुए कहा कि उनकी शैली अभूतपूर्व है, जो वैश्विक स्तर पर बदलाव ला रही है। भारत अपनी तटस्थता और राष्ट्रीय हितों पर अडिग रहेगा।
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