Delhi News: दिल्ली के धौला कुआं इलाके में रिंग रोड पर दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी डिप्टी सेक्रेटरी नवजोत सिंह की एक तेज रफ्तार BMW कार से उनकी बाइक को टक्कर लगने के कारण मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी संदीप कौर समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। जिसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरु की। परिवार के बयानों ने इस मामले को उलझा दिया है, खासकर संदीप कौर के दर्द भरे बयान ने सवाल खड़े किए हैं।
BMW कार ने बाइक को मारी जोरदार टक्कर
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह हादसा धौला कुआं से दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क पर मेट्रो पिलर नंबर 67के पास हुआ। जब BMW कार, जो एक महिला चला रही थी, ने अचानक बाइक को टक्कर मार दी, जिसके बाद बाइक सवार नवजोत सिंह और उनकी पत्नी सड़क पर लहूलुहान गिर पड़े। इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें BMW के नीचे बाइक फंस गई थी और नवजोत सिंह खून से तरबतर पड़े थे।
लोगों ने आगे बताया कि BMW एक महिला चला रही थी। पुलिस जांच में महिला की पहचान गुरुग्राम निवासी गगनप्रीत के रुप में हुई। कार में उसके उसके अलावा उसका पति और दो छोटे बच्चे सवार थे। जिन्हें मामूली चोटों आई। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। साथ ही, नवजोत लिंह और उनकी पत्नी को हादसे के बाद करीब 17-22किलोमीटर दूर जीटीबी नगर के न्यूलाइफ हॉस्पिटल ले जाया गया। जिसके बाद से ये मामला और ज्यादा सुर्खियों में आ गया है।
संदीप कौर का दिल दहला देने वाला बयान
वहीं, अब इस हादसे में घायल संदीप कौर का FIR में दर्ज बयान सामने आया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि टक्कर के तुरंत बाद उनके पति नवजोत की सांसें चल रही थीं। वह बार-बार आरोपी महिला से चिल्ला-चिल्लाकर गुहार लगाती रहीं 'प्लीज हमें पास के अस्पताल ले जाइए!' लेकिन महिला ने उनकी पुकार अनसुनी कर दी।
संदीप के अनुसार, आरोपी दंपति ने उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाने के बजाय जानबूझकर 19-22किलोमीटर दूर GTB नगर के एक छोटे से नर्सिंग होम (न्यूलाइफ अस्पताल) में पहुंचाया। इस दौरान नवजोत को एक मालवाहक वैन में बिना किसी प्राथमिक उपचार के लादा गया, जहां उनकी हालत बिगड़ती चली गई। संदीप ने कहा 'शुरुआती इलाज मिल जाता तो शायद मेरे पति की जान बच सकती थी।' यह देरी ही मौत का कारण बनी, जैसा कि मेडिकल रिपोर्ट्स से संकेत मिल रहे हैं।
आरोपी दंपति पर लगे गंभीर आरोप
पुलिस ने आरोपी महिला गगनप्रीत कौर को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही गिरफ्तार कर लिया है। FIR में लापरवाही से मौत का केस दर्ज किया गया है, साथ ही सबूत नष्ट करने का आरोप भी लगाया गया। संदीप के बयान के आधार पर यह साफ है कि आरोपी ने नजदीकी अस्पताल का रास्ता जानते हुए भी दूर का चुना। BMW कार को जब्त कर लिया गया है और आरोपी पति का भी बयान दर्ज हो रहा है। साउथ-वेस्ट दिल्ली के DCP ने बताया कि PCR कॉल पर तुरंत कार्रवाई की गई, लेकिन देरी ने सबकुछ बदल दिया। वहीं, परिवार ने सवाल उठाया 'पास के अस्पताल क्यों नहीं ले गए? क्या BMW का रौब दिखाने की कोशिश थी?'
मालूम हो कि 52 वर्षीय नवजोत सिंह आर्थिक मामलों के विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स), वित्त मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर तैनात थे। वे उत्तर ब्लॉक में कार्यरत थे और हाल ही में आईआईएम लखनऊ से ट्रेनिंग कोर्स पूरा करने के बाद ऑफिस जॉइन करने वाले थे। वह केंद्रीय सचिवालय सेवा (सीएसएस) कैडर के अधिकारी थे और पश्चिम दिल्ली के हरि नगर में परिवार के साथ रहते थे। जानकारी के अनुसार, हादसे वाल दिन नवजोत अपनी पत्नी संदीप कौर के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारा दर्शन के बाद कर्नाटक भवन में लंच करने गए थे, जहां से वे घर लौट रहे थे। लेकिन तभी ये भयानक हादसा हो गया।
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