Delhi Election: केजरीवाल की बढ़ी मुश्किलें! मतदान से ऐन पहले प्रवेश वर्मा का बड़ा ऐलान

Delhi Election: केजरीवाल की बढ़ी मुश्किलें! मतदान से ऐन पहले प्रवेश वर्मा का बड़ा ऐलान

Pravesh Verma Big Announcement: दिल्ली की जनता तकरीबन 36 घंटों के बाद नेताओं के भविष्य का फैसला करेगी। दिल्ली के कई विधानसभा सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इसी में एक सीट नई दिल्ली की है। जहां से सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनावी मैदान में हैं। वो पिछले तीन बार से नई दिल्ली विधानसभा सीट से ही चुनाव जीतते आ रहे हैं। लेकिन इस चुनाव में उनकी राह आसान नहीं लग रही है। दरअसल, भाजपा ने यहां से प्रवेश वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। तो वहीं कांग्रेस ने दिल्ली की पूर्व सीएम शिला दिक्षित के बेटे संदीप दिक्षित को उम्मीदवार बनाया है। जिससे चुनावी रण त्रिकोणीय हो गई है। इस बीच मतदान से ऐन पहले भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने एक बड़ा ऐलान किया है। जिससे अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।

प्रवेश वर्मा का बड़ा ऐलान

नई दिल्ली सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने कहा, "नई दिल्ली में एक बड़ा स्टेडियम है- तालकटोरा, मुगलों के समय में एक बड़ा स्विमिंग पूल हुआ करता था जो कटोरा के शेप में होता था। इसलिए उसे तालकटोरा कहने लगे थे। आज बड़ी घोषणा यह करने जा रहा हूं कि 8 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। बीजेपी का कमल खिलेगा। सरकार बनने के बाद एनडीएमसी काउंसिल की पहली मीटिंग में तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलकर भगवान महर्षि बाल्मीकि के नाम पर रखा जाएगा।"

नई दिल्ली सीट पर क्या है समीकरण?

पिछले तीन चुनावों में नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल की जीत के पीछे वाल्मिकी समाज के वोटरों का बड़ा योगदान रहा। यही कारण है कि भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा लगातार वाल्मिकी समाज को साधने में जुटे हुए हैं। राहुल गांधी ने भी पिछले दिनों वाल्किमी समाज के लोगों से जाकर मुलाकात की थी। इससे नई दिल्ली सीट पर वाल्किमी समाज के वोट का महत्व समझा जा सकता है। गौरतलब है कि नई दिल्ली विधानसभा सीट पर करीब 1 लाख 90 हजार वोटरों की संख्या है। कुल वोटरों में वाल्मिकी समाज के वोटों की संख्या 20 हजार और धोबी समाज के वोटरों की संख्या 15 हजार के आसपास है। पिछले तीन चुनावों में यह देखा गया है कि ये वोट जिसके पाले में जाते हैं, वहीं प्रत्याशी चुनाव जीतता है। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने साल 2013 में अपनी राजनीतिक शुरुवात नई दिल्ली स्थित वाल्मिकी मंदिर से की थी। जिसका उनको खासा फायदा मिला था। अब देखना यह होगा कि मतदान से ऐन पहले प्रवेश वर्मा का ऐलान वाल्मिकी समाज को वोटरों को साध पाती है या नहीं?

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