‘रूस मुश्किल दोस्तों में अपने दोस्तों को धोखा नहीं देता’ मॉस्को ने अमेरिका पर कसा तंज

‘रूस मुश्किल दोस्तों में अपने दोस्तों को धोखा नहीं देता’ मॉस्को ने अमेरिका पर कसा तंज

नई दिल्ली:  सीरीया में तख्तापलट के बाद बशर अल असद ने देश छोड़ दिया है। उन्होंने रूस में राजनीतिक शरण ली है। उन्होंने मानवीय आधार पर शरण दी गई है। इस पर रूस का बड़ा बयान सामने आया है। रूस के राजदूत मिखाइल उल्यानोव ने कहा कि असद और उनका परिवार मॉस्को में है। रूस मुश्किल दोस्तों में अपने दोस्तों को धोखा नहीं देता। यह रूस और अमेरिका के बीच अंतर है।

कब-कैसे हुआ दमिश्क में हमला?

सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS)  के नेतृत्व में विद्रोहियों ने कल रविवार को बड़ा हमला किया था। दमिश्क की सिदानिया जेल पर विद्रोहियों ने धावा बोल दिया। जिसके बाद उन्होंने दमिश्क को अपने नियंत्रण में ले लिया है। जिसके बाद बशर अल-असद देश छोड़कर भाग गए।

इस बीच, सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने विद्रोहियों के साथ सहयोग करने पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि वे शांतिपूर्ण संक्रमण सुनिश्चित करेंगे। इसके बाद HTS प्रमुख अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने अपने सैनिकों को सार्वजनिक संविधानों से दूर रहने का आदेश दिया, जब तक कि प्रधानमंत्री की ओर से आधिकारिक हस्तांतरण पूरा नहीं हो जाता।

पुतिन ने 24 जुलाई को बशर अल असद से की थी मुलाकात

बता दें कि इससे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस साल 24 जुलाई को क्रेमलिन में बशर अल असद से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच मिडिल ईस्ट की स्थिति पर चर्चा हुई थी।

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