जिंदगी की जंग हार गया 6 साल का मयंक, नहीं बच सकी बोरवेल में फंसे बच्चे की जान

जिंदगी की जंग हार गया 6 साल का मयंक, नहीं बच सकी बोरवेल में फंसे बच्चे की जान

Rewa Borewell Rescue: मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक बड़ा हादसा हो गया जहां एक 6 साल का मासूम बच्चा बोरवेल के गड्ढे में फंस गया। हादसे की खबर मिलते ही रीवा जिला प्रशासन सहित सभी प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंचे। उसके बाद बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। 40 घंटे से ज्यादा चले ऑपरेशन के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की बच्चे को बाहर तो निकाल लिया लेकिन बच्चा जिंदगी की जंग हार गया। 6 साल के बच्चे को आनन फानन में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र रवाना किया गया। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम बोरवेल के पास खुदाई कर रही थी तभी टीम ने सफेद चादर में ढंकी हुई मासूम की बॉडी बोरवेल से बाहर निकाली। पुलिस के साथ साथ प्रशासन की टीम भी मासूम को सही सलामत बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी, पर फिर भी बच्चे की जान नहीं बच पाई।

8 JCB खुदाई में जुटी थी

बच्चें की पहचान 6 साल के बच्चे मयंक के नाम से हुई है। मयंक को रेस्क्यू करने के लिए अलग-अलग 8 से अधिक JCB मशीन लगाई गई थी। जिसकी मदद से बोरवेल के बगल से ही सुरंग बनाने की कोशिश की जा रही थी। इसके साथ CCTV की मदद से बच्चे पर निगरानी रखी जा रही थी तो वहीं बोरवेल के अंदर बच्चें को ऑक्सीजन मिल सके इसके लिए पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन गैस भी बोरवेल के अंदर तक पहुंचाई जा रही थी।

160 फीट गहरे बोरवेल में गिरा मासूम बच्चा

यह पूरा मामला रीवा जिला मुख्यालय से लगभग 20 किमीदूर थाना क्षेत्र के मनिका गांव का है। यहां शुक्रवार की शाम मयंक आदिवासी बच्चों के साथ खेत में खेल रहा था। इसी दौरान मयंक खुले पड़े बोरवेल के गड्ढे में गिर गया। जिसके बाद से 160  फीट से ज्यादा की गहराई में बच्चा फंसा हुआ था। मौके पर त्यौंथर के विधायक सिद्धार्थ तिवारी भी पहुंचे हुए । इसके साथ ही मौके पर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई । इस हादसे को लेकर रीवा ASP का कहना है कि मनिका गांव निवासी हीरामणि मिश्रा के खेत में जहां बोरवेल खुला पड़ा हुआ था। वहीं, 6 साल का मासूम बच्चा बोरवेल में गिर गया।

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