
पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) विनोद राय को बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) का पहला चेयरमैन नियुक्त किया गया है। यह ब्यूरो सरकार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में शीर्ष स्तर की नियुक्तियों पर सुझाव देगा और साथ ही अन्य मुद्दों के साथ साथ बैंकों के फंसे कर्ज की समस्या के निदान के बारे में भी सलाह देगा। आईसीआईसीआई बैंक के पूर्व संयुक्त प्रबंध निदेशक एच एन सिनोर, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अनिल के खंडेलवाल, रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की पूर्व प्रमुख रूपा कुडवा को ब्यूरो का सदस्य नियुक्त किया गया है। सरकार ने एक बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्तीय सेवा विभाग के बैंक बोर्ड ब्यूरो के गठन प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
ब्यूरो के अंशकालिक चेयरमैन- सदस्यों के अलावा पदेन अधिकारियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दी गई है। यह नियुक्ति दो साल के लिए की गई है। राय से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी। वह सिंगापुर में है। ब्यूरो की स्थापना ऐसे समय की गई है जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक गैर निष्पादित आस्तियों की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। विनोद राय जनवरी, 2008 से मई 2013 तक कैग रह चुके है। उनके कार्यकाल में ही कोयला और दूरसंचार क्षेत्र में घोटाला उजागर हुआ।
Leave a comment