धर्मेंद्र प्रधान बोले, कच्चे तेल के दाम में आई भारी गिरावट

धर्मेंद्र प्रधान बोले, कच्चे तेल के दाम में आई भारी गिरावट

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि भारत तेल मूल्यों में आई गिरावट को अपनी उर्जा सुरक्षा बढ़ाने के अवसर के तौर पर देखता है और सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों से कहा है कि वह विदेशों में संपत्ति अधिग्रहण में बढ़ चढ़कर भाग ले। ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) द्वारा रूस के दूसरे सबसे बड़े तेल क्षेत्र वंकोर में हिस्सेदारी के अधिग्रहण पर गौर करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों से पहले ही कहा है कि वह विदेशों में संपत्तियों के अधिग्रहण में बढ़ चढ़कर भाग लें। 

प्रधान ने कहा, यह समय है जब हम अपनी उर्जा सुरक्षा को बेहतर कर सकते हैं। प्रधान ने कहा, हमें इसे (घटे तेल मूल्यों को) केवल लाभ अथवा नुकसान के तौर पर नहीं देखना चाहिए। यह एक चक्र है। आज दाम नीचे आ रहे हैं, हर कोई यह अनुमान व्यक्त कर रहा है कि कुछ समय बाद यह उपर भी जा सकते हैं। इसलिए हमें झटके में कुछ नहीं करना चाहिए। आज की स्थिति लाभ वाली है। वैश्विक ब्रेंट कच्चे तेल के दाम पिछले सोमवार को 11 साल के निम्न स्तर 36.05 डॉलर तक गिर गए। अमेरिका में तेल का अधिक भंडार इसकी वजह बताया गया।

भारत कच्चे तेल का दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा आयातक है। अप्रैल-नवंबर 2015 की अवधि में घटे कच्चे तेल के दाम से भारत ने अनुमान के मुताबिक 2.2 लाख करोड़ रुपये की बचत की है। मंत्री ने कहा कि आज हमारी प्राथमिकता उपभोक्ताओं को राहत देना है। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि डीजल कीमतों को नियंत्रणमुक्त कर दिया गया है।

 

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