Sheetla Saptami 2024: आज मनाया जा रहा है शीतला सप्तमी, जानें पूजा की विधि और व्रत के नियम

Sheetla Saptami 2024: आज मनाया जा रहा है शीतला सप्तमी, जानें पूजा की विधि और व्रत के नियम

Sheetla Saptami 2024: शीतला सप्तमी एक हिंदू पर्व है जो भारतीय समाज में माना जाता है। यह पर्व भारत में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है, लेकिन यह उत्तर भारत में प्रमुखतः मनाया जाता है। यह पर्व मां शीतला देवी की पूजा के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें संसार की संभाल करने वाली मां माना जाता है। इस दिन भक्त शीतला माँ की पूजा करते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार की प्रसाद की अर्पणा करते हैं।

शीतला सप्तमी के पूजन और व्रत के नियम निम्नलिखित हो सकते हैं

  1. पूजा की आरंभ करने से पहले सभी सामग्री इकट्ठा करें, जैसे कि दीपक, फूल, नैवेद्य, धूप, चादर आदि।
  2. पूजा का आरंभ करने से पहले स्नान करें और शुद्ध ध्यान में लगें।
  3. मां शीतला की मूर्ति या चित्र के सामने पूजा करें।
  4. मंत्रों का जाप करें, जैसे कि "ॐ श्री शीतलायै नमः" या अन्य मंत्र।
  5. पूजा के दौरान चादर और फूल चढ़ाएं।
  6. पूजा के बाद, आरती उतारें और प्रसाद को बाँटें।
  7. व्रत के दौरान गंदगी से दूर रहें, शुचिता का ध्यान रखें और शाकाहारी भोजन करें।
  8. अपने मन, वचन, और कर्मों को शुद्ध रखने का प्रयास करें।

शीतला सप्तमी पूजा विधि

समय और तिथि का चयन:शीतला सप्तमी के दिन पूजा करने के लिए अनुचित समय सुबह के समय होता है। इसे श्रीमद्दशमी से एक सप्ताह पहले मनाया जाता है।

स्नान और शुद्धिकरण:पूजा की शुरुआत से पहले निर्धारित समय पर स्नान करें और अपने शरीर को शुद्ध करें।

पूजा स्थल की सजावट:पूजा स्थल को साफ-सुथरा और सुंदर बनाएं। माँ शीतला की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें।

पूजा सामग्री की तैयारी:पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि फूल, दीपक, धूप, चादनी, नैवेद्य, फल, और नीरजल का प्रसाद तैयार करें।

पूजा का आरंभ:पूजा की शुरुआत मंत्रों और ध्यान के साथ करें। "ॐ श्री शीतलायै नमः" या अन्य मंत्रों का जाप करें।

आरती:पूजा के अंत में माँ शीतला को आरती उतारें।

 

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