पीएम मोदी ने दीक्षाभूमि पहुंचकर विपक्ष पर किया प्रहार, एक तीर से किए कई वार

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 30 मार्च 2025 को महाराष्ट्र के नागपुर पहुंचे. नागपुर में दीक्षाभूमि से पीएम नरेंद्र मोदी ने दलित पॉलिटिक्स से लेकर हिंदू एकता और उत्तर से पूर्वोत्तर तक एक तीर से कई वार किए। इस दौरान पीएम मोदी समावेशी विकास की भी बात करते दिखे थे। नागपुर दौरे के दौरान संघभूमि और दीक्षाभूमि, दोनों ही स्थलों पर पीएम मोदी पहुंचे जहां उन्होंने भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि भी दी। दीक्षाभूमि की विजिटर्स बुक में लिखे पीएम मोदी के मैसेज और उनके वहां पड़े कदमों के राजनीतिक मायने भी अब तलाशे जाने लगे हैं।
दीक्षा भूमि पहुंचकर पीएम मोदी ने समावेशी भारत की बात की. दीक्षा भूमि पहुंचने को अब दलित राजनीति, बुद्धिस्ट पॉलिटिक्स और हिंदू एकता के साथ जोड़कर भी देखा जाने लगा है। बता दें कि इस साल के नवंबर महीने में बिहार में विधानसभा चुनाव होने का अनुमान लगाया जा रहा है और यहां भारतीय जनता पार्टी का मुख्य मुकाबला लालू यादव की अगुवाई वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से होने की इस बार भी उम्मीद की जा रही है। जाहिर तौर पर लालू बिहार की राजनीति को किसी भी मोड़ पर बदलने का दमखम रखते हैं। इस सूरत में पीएम मोदी अभी से ही कई राजनीतिक समीकरणों को अपने पाले में करने में जुटे हुए हैं। बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी रविवार को बिहार पहुंचकर एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया था।
मोदी का विपक्ष पर वार
पीएम नरेंद्र मोदी ने बाबा साहब अंबेडकर को श्रद्धांजलि देकर जहां दलित वोटर्स को साधने की कोशिश की तो वहीं विपक्ष के नैरेटिव पर भी कड़ा प्रहार कर दिया. दरअसल. विपक्षी पार्टियां लोकसभा चुनाव 2024 से ही बीजेपी समेत एनडीए के घटक दलों पर ये आरोप लगाती रही हैं कि इनकी कोशिश संविधान को बदलने की है। अहम ये है कि अगर बीजेपी अकेले अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पाने में विफल रही तो इसके पीछे भी विपक्ष के इसी सेट नैरेटिव और प्रचार ने बड़ी भूमिका का काम किया था। पीएम मोदी के समावेशी भारत की बात करने को भी जातिगत जनगणना के काउंटर के रूप में ही देखा जा रहा है। वहीं पीएम मोदी के दीक्षाभूमि पहुंचने से पूर्वोत्तर राज्यों के वोटरों को साधने की कोशिश बताया जा रहा है।
Leave a comment