Israel Iran War: क्या है आयरन डोम टेक्नोलॉजी? जिसकी मदद से इजराइल ने गिराए ईरान पर मिसाइल-ड्रोन

Israel Iran War:  क्या है आयरन डोम टेक्नोलॉजी? जिसकी मदद से इजराइल ने गिराए ईरान पर मिसाइल-ड्रोन

Israel Iran War: 13 अप्रैल की रात ईरान ने इजराइल पर ताबड़तोड़ हमले कर दिए। इस हमले में ईरान ने इजराइल पर सैकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइलें चलाई हैं। इजराइल के सैन्य प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया  कि ईरान ने 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलें छोड़ी जिसमें 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। ऐसे में आज हम उस टेक्नोलॉजी के बारे में जानेंगे जिसके माध्यम से इजराइल ने हवा में ही ईरान की मिसाइलें नष्ट कर दी।

दरअसल, इजराइल ने ‘आयरन डोम’टेक्नोलॉजी के माध्यम से ऐसा कारनामा कर दिखाया। ये एक तरह की शील्ड होती है जो एयर डिफेंस करती है। इसका पूरा नाम ‘आयरन डोम एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम’होता है। इसे इजराइल का सबसे भरोसेमंद साथी भी कहा जाता है जो उसके दुश्मनों से उसे बचाता है।

हर मौसम में करता है काम

इस आयरन डोम में ऐसे इंटरसेप्टर लगे होते हैं जो ये पता लगाने में सक्षम होते हैं कि कोई मिसाइल या रॉकेट किसी रिहायशी इलाके में तो नहीं गिरने वाला है। इस टेक्नोलॉजी के जरिए मिसाइल को इंटरसेप्ट करने के बाद ये सिस्टम उसे हवा में ही मार गिराता है। ये दिन हो या रात, आंधी आए या तूफान सभी मौसमों में काम करता है। इस आयरन डोम को बनाने वाली कंपनी रफाल के अनुसार, इसकी सफलता दर 90% है।

कितनी लगी थी लागत?

जानकारी के अनुसार, इजराइल की ये टेक्नोलॉजी साल 2011 में बनकर तैयार हुई थी। जिसमें करीब 3 लाख करोड़ रुपए की लागत लगी थी। इसमें अमेरिका ने भी 20 करोड़ डॉलर की मदद दी थी। टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के अनुसार, आयरन डोम में जो इंटरसेप्टर लगे हैं, उन्हें तामिर  नाम दिया गया है। और हर इंटरसेप्टर की कीमत 1.5 लाख डॉलर की है।

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