Rameshwaram Cafe Blast मामले में NIA को मिली बड़ी कामयाबी, 2 आतंकी गिरफ्तार

Rameshwaram Cafe Blast मामले में NIA को मिली बड़ी कामयाबी, 2 आतंकी गिरफ्तार

Bengaluru Blast Case:राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। NIA ने पश्चिम बंगाल में कोलकाता के पास से दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया। 1 मार्च को बेंगलुरु के एक कैफे में हुए विस्फोट में नौ लोग घायल हो गए थे। इन आतंकियों की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मदीन ताहा के रूप में हुई है।

NIA के एक प्रवक्ता ने कहा, "रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में फरार अदबुल मथिन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब को कोलकाता के पास उनके ठिकाने का पता लगाया गया और NIA टीम ने पकड़ लिया। 12 अप्रैल की सुबह, NIA ने फरार आरोपी को कोलकाता के पास से गिरफ्तार कर लिया।" जहां वे झूठी पहचान के तहत छिपे हुए थे।"

NIA ने 10 लाख रुपये का रखा था इनाम

पिछले महीने NIA ने 30 साल के ताहा और शाजिब की तस्वीरें और उनसे जुड़ी जानकारी साझा की थी। इन आतंकियों पर 10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।प्रवक्ता ने कहा, "शाजिब वह आरोपी है जिसने कैफे में आईईडी लगाया था और ताहा विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने और बाद में कानून के चंगुल से बचने का मास्टरमाइंड है।" आतंकियों को पकड़ने के लिए NIAने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और पश्चिमी एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया है। बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल की राज्य पुलिस एजेंसियों के साथ समन्वय किया गया।

NIA ने कहा कि 300 से अधिक कैमरों से CCTV फुटेज को स्कैन करने के बाद पता चला कि 2020 में सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आए आईएसआईएस के दो गुर्गों शाजिब और ताहा ने विस्फोट को अंजाम दिया था।

NIAने 27मार्च को मुजम्मिल शरीफ को किया था गिरफ्तार

एक अधिकारी ने कहा, ''NIAने मामले में दो और लोगों को भी आरोपी बनाया है। उनमें से एक, 26 वर्षीय माज़ मुनीर अहमद, घटना के समय जेल में था। दूसरा आरोपी 30 वर्षीय मुजम्मिल शरीफ है, जिसे NIAने 27 मार्च को सेल फोन, फर्जी सिम कार्ड और विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अन्य सामग्री उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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