इस झील में मछलियों से ज्यादा पाए जाते है नर कंकाल, जानें इसका रोचक इतिहास

इस झील में मछलियों से ज्यादा पाए जाते है नर कंकाल, जानें इसका रोचक इतिहास

Mysterious Lake: दुनिया भर में कई सुंदर झीलें हैं, जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्य और महत्वपूर्णता के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे झील के बारे में बताने वाले जिसमें मछलियां नहीं बल्कि नर कंकाल पाए जाते हैं। इस झील का नाम रूपकुंज झील है। ये भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह झील हिमालय की गोद में स्थित है और उत्तराखंड के बेहतरीन प्राकृतिक सौंदर्य में से एक है। यह झील एक कृष्ण मुक्त झील है, जिसका पानी बहुत ही पारदर्शी होता है और यह अपनी शानदार प्राकृतिक रंगों के लिए प्रसिद्ध है।

रूपकुंड झील के किनारे  स्थितहै ये गांव

बता दें कि रूपकुंड झील के आसपास वन्यजीवन और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर वन्य जीवन संरक्षित क्षेत्र है। यहाँ पर आपको बहुत सारे प्रकार के पक्षियों, वन्य जानवरों और प्राचीन वृक्षों को देखने को मिल सकता है।रूपकुंड झील के किनारे पर स्थित गाँवों में पर्यटकों के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध है, और यहाँ कई पर्यटन आवासों के विकल्प भी हैं। इसके साथ ही शुरूआत में इसे देख कई लोगों ने यह कयास लगाया कि हो न हो यह सभी नर कंकाल जापानी सैनिकों के होंगे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत में ब्रिटेन पर आक्रमण करने के लिए हिमालय के रास्ते घुसते वक्त मर गए होंगे।

झील का ये रहा है इतिहास

गौरतलब है कि उस वक्त जापानी आक्रमण के भय से ब्रिटिश सरकार ने फौरन इन नर कंकालों की जांच के लिए एक वैज्ञानिकों की टीम को बुलाया था। जांच के बाद पता चला कि ये कंकाल जापानी सैनिकों के नहीं थे, बल्कि ये नर कंकाल तो काफी ज्यादा पुराने थे। इसके बाद समय-समय पर इन कंकालों का परीक्षण होता रहा है। इसके साथ ही कई वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्षों पहले यहां पर कई लोगों की मृत्यु हिमस्खलन के चलते हुई तो दूसरे वैज्ञानिकों का कहना है कि इन लोगों की मौत किसी महामारी के कारण हुई है। रूपकुंड झील में नर कंकाल क्यों है? और कैसे हैं? इस पर वैज्ञानिकों का मत एकसमान नहीं है।

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