Share Market: चुनावी उथल-पुथल से सहमा शेयर बाजार, सेंसेक्स 1062 अंकों गिरावट, जानें क्या है बाजार गिरने के 5 कारण

Share Market: चुनावी उथल-पुथल से सहमा शेयर बाजार, सेंसेक्स 1062 अंकों गिरावट, जानें क्या है बाजार गिरने के 5 कारण

Share Market: लोकसभा चुनाव का घमासान जोरों पर है। तीन चरण के चुनाव हो चुके हैं। चौथे चरण की तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव में सत्ताधारी पार्टी 'NDA' और 'INDIA' गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला है। चुनाव में किसका पलड़ा भारी रहेगा इसका अनुमान लगाना मुश्किल है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर दिख रहा है। बाजार में लगातार बिकवाली का दौर जारी है। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन बाजार में गिरावट जारी रही। सेंसेक्स 1,062.22 अंक गिरकर 72,404.17 पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 335.40 अंक गिरकर 21,967.10 अंक पर पहुंच गयो। बाजार में सिर्फ ऑटो शेयरों में तेजी रही।

निवेशकों को भारी नुकसान

गुरुवार को शेयर बाजार में गिरावट से बाजार बंद होने से पहले निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। निवेशकों का घाटा और मुनाफा बीएसई के मार्केट कैप से तय होता है। एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 400 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया था, जो गुरुवार के कारोबारी सत्र के दौरान घटकर 3,95,64,869.73 करोड़ रुपये पर आ गया है। इसका मतलब है कि बीएसई के मार्केट कैप यानी निवेशकों को 5,04,539.89 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, 2 मई के बाद से निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ रुपये की गिरावट देखने को मिली है।

इन 5 कारणों से गिर रहा है शेयर बाजार!

लोकसभा चुनाव:जानकारों की मानें तो भारतीय शेयर बाजार ने पहले ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत को कम करके आंका है। जिसके चलते शेयर बाजार में समय से पहले मुनाफावसूली शुरू हो गई है। यह बिकवाली केवल फ्रंटलाइन लार्ज-कैप शेयरों में दिखाई दे रही है। गुरुवार को स्मॉल-कैप और मिड-कैप सूचकांकों ने तेजी पकड़ी और फ्रंटलाइन इंडेक्स को पीछे छोड़ दिया।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली:प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षकर ने एक मीडिया रिपोर्ट में कहा कि एफआईआई इस महीने भारी बिकवाली कर रहे हैं। मई 2024 में गुरुवार तक एफआईआई ने कैश सेगमेंट से 15863 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। जबकि फ्यूचर एंड ऑप्शन (एफएंडओ) सेगमेंट में एफआईआई ने 5,292 करोड़ रुपये निकाले हैं।

यूएस फेड का हॉकिश:एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के सौरभ जैन ने एक मीडिया रिपोर्ट में कहा कि हाल ही में कुछ अमेरिकी फेड अधिकारियों की तीखी बातचीत ने भारतीय शेयरों पर अतिरिक्त दबाव डाला है। इस महीने की शुरुआत में कुछ मुनाफावसूली देखने के बाद इस तरह के बयानों से अमेरिकी डॉलर में वृद्धि हुई है। जिसके चलते अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी देखी गई है।

चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद से खराब:मीडिया रिपोर्ट में सौरभ जैन का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे वैसे ही आने चाहिए थे जैसे आने चाहिए थे। उन्हें देखा नहीं गया है। इसका असर शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। अगले एक हफ्ते में तिमाही नतीजों का दौर भी खत्म होने वाला है। उससे पहले निवेशकों से मुनाफा वसूला जा रहा है।

VIX इंडेक्स में बढ़ोतरी:VIX इंडेक्स में लगातार बढ़ोतरी ने नए खरीदारों के बीच भी संदेह पैदा कर दिया है, जो मौजूदा अस्थिर बाजार में पैसा लगाने से झिझक रहे हैं। चूंकि भारत VIX सूचकांक का लोकसभा चुनावों के दौरान बढ़ने का इतिहास रहा है। प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षकर ने कहा कि अब आम चुनाव 2024 के मध्य में हैं, जैसे-जैसे हम चुनाव नतीजों की तारीख के करीब पहुंचेंगे, अस्थिरता और बढ़ने की उम्मीद है।

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