जमीन से 60 मीटर नीचे बसाया गया ये अंडरग्राउंड शहर, 20 हज़ार से ज्यादा लोगों का बसेरा

जमीन से 60 मीटर नीचे बसाया गया ये अंडरग्राउंड शहर, 20 हज़ार से ज्यादा लोगों का बसेरा

नई दिल्ली: ऐसा कहा जाता है कि मानव सभ्यताओं की शुरुआत कुछ हजार साल पहले हुई है। लेकिन धरती के गर्भ में कुछ ऐसे राज दफन है जिसका जवाब शायद वैज्ञानिकों के भी पास नहीं है।हाल ही में हुई आरके लॉजिकल डिस्कवरी से एक हैरान कर देने वाला सच ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। आज हम आपको एक ऐसे शहर के बारे में बताने वाले हैं जिसे आरके लॉजिस्टिक द्वारा खोजा गया है।

बता दे कि तुर्की में खुदाई के दौरान जमीन के नीचे एक रहस्य में शहर की खोज की गई है। बताया जा रहा है कि इस शहर को कई 100साल पहले जमीन के नीचे 60मीटर तक खुद कर बनाया गया था।इसे दुनिया की सबसे बड़ी अंडर ग्राउंड सिटी के तौर पर जाना जाता है।वही यह शहर इतना बड़ा है कि इसमें 20000से ज्यादा की आबादी आराम से रह सकती है।ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जमीन के 60मीटर नीचे इस शहर में हवा और पानी लोगों तक कैसे पहुंचती होगी?इसके अलावा इस अंडर ग्राउंड शहर में पहुंचने के लिए पत्थर से बने दो बड़े दरवाजे बनाए गए थे, जिसे केवल अंदर की तरफ से ही खोला जा सकता था।इसके अलावा यहां एक बड़ा सा वेंटिलेटर भी बनाया गया था जो सीधे नीचे मौजूद पानी से जाकर जुड़ा था। कहां गया किसी वेंटीलेटर के मदद से शहर में हवा पहुंचती थी।

वही अभी तक वैज्ञानिकों के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है कि आखिरकार इस शहर का निर्माण किसने किया है। ऐसा माना जा रहा है कि इस शहर को 7-8  ईसा पूर्व में फ्रीजियन साम्राज्य के समय में बनाया गया था। फ्री जींस की भाषा तब खत्म हो गई थी जब रोमन आए।इसके बाद ग्रीक साम्राज्य आते-आते सब खत्म हो गया था।यह गुफाएं इसलिए बनाई गई थी ताकि मुस्लिम अरबिया को बचाया जा सके क्योंकि 780-1180 एडी में अरब बाइजेंटाइन युद्ध हुआ था। निवेश शील प्रांत में केवल एक यही शहर नहीं है बल्कि और भी अंडर ग्राउंड शहर की खोज की गई है।

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