
पिछले कुछ समय से सेक्स कॉमेडी जॉनर पर कई फ़िल्में बन चुकी हैं लेकिन हंटर इस जॉनर की फिल्मों से एक कदम आगे बतायी जा रही है. फिल्म देखने के बाद यहां भी मामला नयी बोतल में पुरानी शराब वाला ही है. खासकर कहानी के मामले में.
कहानी मंदार ( गुलशन ) की है.जो शादी में नहीं वासुगिरी में यकीन रखता है.वासुगिरी क्या होती है इसके लिए फिल्म देखनी होगी\' अभी के लिए प्रचलित शब्द में इसे रंगीन मिजाज कह सकते हैं . १२ साल की छोटी उम्र से ही मंदार को लड़कियों से लगाव हो जाता है.
यह लगाव सिर्फ उनके शरीर तक ही सीमित है. उसके सविता भाभी से लेकर कॉलेज की लड़कियों तक कई के साथ सम्बन्ध रहे है. ये लड़कियां मंदार से प्यार करने लगती हैं लेकिन मंदार को प्यार व्यार में यकीं नही.

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