संजीव गुप्ता खरीदना चाहते हैं ब्रिटेन में टाटा स्टील के कारखाने

संजीव गुप्ता खरीदना चाहते हैं ब्रिटेन में टाटा स्टील के कारखाने

ब्रिटेन में स्थापित इस्पात व्यवसायी संजीव गुप्ता ने टाटा स्टील के पोर्ट टालबोट इस्पात कारखाने को खरीदने में रूचि दिखायी है। यह जानकारी अखबार संडे टेलीग्राम की एक रपट में दी गयी है। इस बीच ब्रिटेन सरकार ने घरेलू इस्पात उद्योग को संकट से उबारने और उनमें लगे लोगों की नौकरियां बचाने के लिए सार्वजनिक निकायों को घरेलू इस्पात का इस्तेमाल करने को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है। टाटा स्टील अपने यूरोपीय कारोबार में सस्ते आयापित उत्पादों के समक्ष मांग की कमी और कीमतों में गिरावट को लेकर भारी घाटे में है और ब्रिटेन में अपने काराखानों को बेचना चाहती है। ब्रिटेन का पोर्ट लाबोट कारखाना करीब 4,000 लोगों को नौकरी दिये हुए है और देश के प्रमुख नियोक्ताओं में एक है। लिबर्टी हाउस के संस्थापक 44 वर्षीय गुप्ता ने कहा है कि वह टाटा के कारखाने को बचाने के लिए ब्रिटेन सरकार से बात करने को तैयार है। उनका समूह स्टील, जिंस और जमीन जायदाद के कारोबार में है और इससे पहले ब्रिटेन के कुछ कारखानों को उबाने में योगदान कर चुका है।

अखबार की रपट के अनुसार गुप्ता कल दुबई से लौट कर ब्रिटेन सरकार और टाटा समूह के अधिकारियों के उनके प्रस्तावों पर बातचीत करेंगे। अखबार के अनुसार पोर्ट टालबोट संयंत्र के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा, हमें इसमें सरकार की ओर से समुचित भागीदारी की जरूरत पडेगी। मुझे अभी इस समय नहीं पता कि इसके लिए क्या जरुरत होगी। हमने चर्चा शुरू की है। हम टाटा के साथ चर्चा शुरु करने की प्रक्रिया में है। उन्होंने उक्त कारखाने के लिए सरकार के सामने शुरुआती प्रस्ताव रखा है।

इस बीच ब्रिटेन ने आज अपनी सरकारी खरीद नीति में संशोधन किया है ताकि सार्वजनिक क्षेत्र के निकायों को देश में बने इस्पात की खरीद के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। ब्रिटेन के कारोबार मंत्री साजिद जाविद ने कहा कि वह ब्रिटेन के इस्पात उद्योग का भविष्य मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस उद्योग के श्रमिकों की मदद का कोई रास्ता निकालेंगे।

पाकिस्तान मूल के जाविद ने कहा, इन बडी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए सामान की खरीद के नियम बदल कर हम ब्रिटेन के इस्पात उद्योग का भविष्य बचा रहे है। इससे ब्रिटेन के आपूर्तिकर्ताओं के लिए अवसर बढेंगे और वे अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का अधिक कारगर ढंग से मुकाबला कर सकेंगे।

 

Leave a comment