नई दिल्ली: आजादी का अमृत महोत्सवको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कई ऐसे लोग है जो कई पीढ़ियों से देश और समाज के लिए कोई न कोई महान काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सोच और विचारों को हमें सामने लाना है. देश को उनके प्रयासों से जोड़ना है. यह भी इस अमृत महोत्सव की मूल भावना है.
पीएम मोदी अपने संबोधन में कहा कि आज भारत वो सब कर रहा है, जिसकी कुछ साल पहले तक कल्पना नहीं होती थी. उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल जब देश मनाएगा, तो देश उन लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ेगा, उन्हें प्राप्त करने के लिए मजबूत कदम उठाएगा, जो कभी असंभव लगते थे. हमें 130 करोड़ देशवासियों को साथ लेकर, उन्हें साथ जोड़कर आज़ादी के 75 साल का ये पर्व मनाना है. जनभागीदारी इस आयोजन की, इस उत्सव की मूल भावना है.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ये वर्ष जितना ऐतिहासिक, गौरवशाली है, देश के लिए जितना अहम है, देश उसे उतनी है भव्यता और उत्साह के साथ मनाएगा. उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि समय ने, देश ने इस महोत्सव को साकार करने की जिम्मेदारी हमें दी है. मुझे खुशी है कि ये कमेटी अपने इस कर्तव्य के लिए कड़ी मेहनत के साथ जो आशा-अपेक्षाएं हैं, जो सुझाव आए हैं और जो आते रहेंगे, जन-जन तक पहुंचने का जो प्रयास है उसमें कोई कमी नहीं रहेगी.
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समारोह में भारत के स्वतंत्रता संग्राम को प्रतिबिंबित किया जाना चाहिए और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह भी एक स्पष्ट तस्वीर देनी चाहिए कि वे भारत का निर्माण कैसे करना चाहते थे. भारत की विरासत को बरकरार रखते हुए, इसे आदर्श रूप से आधुनिक भारत को प्रतिबिंबित करना चाहिए.
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