CBI का बड़ा एक्शन, इस मामले में RML अस्पताल के 2 डॉक्टर समेत 9 कर्मचारी गिरफ्तार

CBI का बड़ा एक्शन, इस मामले में RML अस्पताल के 2 डॉक्टर समेत 9 कर्मचारी गिरफ्तार

CBI Raid: केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के मामले में बड़ा एक्शन लिया है जिसके तहत 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। ये सभी राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के हैं। दरअसल, आरएमएल अस्पताल में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों से वसूली की जा रही थी। इन 9 लोगों में 2 डॉक्टर भी शामिल हैं। डॉक्टर मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति के लिए ना सिर्फ कैश बल्कि यूपीआई के जरिए भी रिश्वत ले रहे थे। जांच एजेंसी ने डॉक्टर्स और मेडिकल इक्यूपमेंट्स से जुड़े डीलर्स के 15 ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआई ने अपनी FIR में कुल 16 आरोपियों के जिक्र किए हैं।

दर्ज हुई एफआईआर के अनुसार, सूत्रों ने जानकारी दी है कि कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर्वतगौड़ा और इसी विभाग के डॉक्टर अजय राज खुलेआम रिश्वत की मांग कर रहे थे। ये लोग जरूरी उपकरणों की आपूर्ति कराने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों से वसूली कर रहे थे।

यूपीआई के जरिए ली गई पेमेंट

बता दें, नागपाल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक नरेश नागपाल अस्पतालों में उपकरणों की आपूर्ति करते हैं। इसी महीने की शुरूआत में 2 मई को पर्वतगौड़ा ने नागपाल से उपकरणों की सप्लाई के बदले रिश्वत मांगी थी। जिसपर डॉक्टर को आश्वासन दिया गया कि रकम 7 मई को आरएमएल अस्पताल में पहुंचा दी जाएगी। नागपाल के द्वारा 7 मई 2024 को किसी भी समय आरएमएल में डॉ. पर्वतगौड़ा को 2.48 लाख (लगभग) की रिश्वत पहुंचा दी गई। इसी के आधार पर सीबीआई ने आरएमएल अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर पर्वतगौड़ा को करीब ढाई लाख रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है, जिसने यूपीआई से पेमेंट रिसीव की थी।

खाते में लाखों रूपए हुए थे ट्रांसफर

वहीं इससे पहले 26 मार्च को पर्वतगौड़ा ने अबरार अहमद से रिश्वत की मांगी थी। ये रिश्वत अबरार के द्वारा सप्लाई किए गए उपकरणों को प्रमोट करने के लिए मांगी गई थी। वहीं अबरार ने पर्वतगौड़ा द्वारा बताए गए अकाउंट में अपने एक्सिस बैंक के खाते से 1 लाख 95 हजार रुपये भेजे थे। फिर करीब एक महीने बाद फिर गौड़ा ने अबरार से संपर्क किया और जल्द से जल्द बची रकम देने के लिए कहा।

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