300 रुपये की सेलरी... फिर बने एयरलाइन इंडस्ट्री के बादशाह, जानें कौन हैं जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल?

300 रुपये की सेलरी... फिर बने एयरलाइन इंडस्ट्री के बादशाह, जानें कौन हैं जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल?

Jet Airways Founder Naresh Goyal: जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयलकोईडी ने गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इनकी गिरफ्तारी हुई हैं। केनरा बैंक से जुड़े 538 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के मामले ईडी ने उनसे पूछताछ की। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 538 करोड़ रुपये का ये मामला केनरा बैंक घोटाला से जुड़ा हुआ हैं। जिसमें एक्शन लेते हुए ईडी ने जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। कल उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग में मामले में गिरफ्तारी करने से पहले ईडी ने उनसे पूछताछ की थी।ईडी ने केनरा बैंक की एक शिकायत पर गोयल, उनकी पत्नी अनीता गोयल, आनंद शेट्टी और जेट एयरवेज लिमिटेड के खिलाफ 538 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का नया मामला दर्ज किया था। इस मामले में गोयल और जेट एयरवेज के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई।

300 रुपये के वेतन से शुरु की थी नौकरी

देश की आजादी के दो साल बाद सन 1949 में पंजाब के संगरूर में एक आभूषण व्यापारी के घर में जन्मे नरेश गोयल का बचपन कुछ ज्यादा ही मुश्किलों में भरा रहा हैं। घर की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए नरेश गोयल ने 18 साल की उम्र में अपने मामा सेठ चरण दास राम लाल की ट्रैवल एजेंसी में कैशियर के रुप में नौकरी की शुरुआत की थी। उन्हें महीने के 300 रुपये वेतन के रूप में मिलते थे। अपने मामा के यहां उन्होंने नौकरी कुछ समय तक की। जिसके बाद कॉमर्स में ग्रेजुएशन की डिग्री करने के बाद नरेश गोयल इंटरनेशनल एयरलाइंस के लिए जीएसए के साथ ट्रैवल बिजनेस में शामिल हो गए थे।  

गोयल ने जेट एयर नाम से शुरु की कंंपनी 

नरेश गोयल ने अपनी मां के लगभग 15 हजार रुपये लेकर जेट एयर नाम से अपनी ट्रैवल एजेंसी की शुरुआत की थी। एयर एजेंसी फ्रांस, ऑस्ट्रियन एयरलाइंस और कैथे पैसिफिक जैसी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती थी। धीरे-धीरे उनका कोरबार चल पड़ा था। फिर नरेश गोयल ट्रैवल बिजनेस में आगे बढ़ने लगे थे।

आखिर क्या है पूरा मामला

दरअसल, फरवरी 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने नरेश गोयल और उनकी पत्नी को बड़ी राहत दी थी। मनी लॉन्ड्रिंग के केस को खारिज कर दिया था। हालांकि, कोर्ट की ओर से कहा गया था कि अगर कोई नया केस सामने आता है तो ईडी उसकी छानबीन कर सकती है। अब ईडी ने इस मामले पर एक्शन लेते हुए नरेश गोयल से पूछताछ की और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, 1 अप्रैल 2011 से 30 जून 2019 के बीच ने प्रोफेशनल और कंसल्टेंसी एक्सपेंसेज के रूप में 1152.62 करोड़ रुपये खर्च किए थे। जेट एयरलाइन से जुड़ी कंपनियों के 197.57 करोड़ रुपये के लेनदेन की छानबीन की जा रही हैं। छानबीन के दौरान पता चला है कि कंपनी ने 1152.62 करोड़ रुपये में से 420.43 करोड़ रुपये प्रोफेशनल और कंसल्टेंसी एक्सपेंसेज के रूप में ऐसी कंपनियों को दिए गए। जिनका इस तरह की सर्विस से कोई लेनादेना नहीं था।

प्राइवेट एयरलाइन कर्ज के चलते हुई बंद

देश की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन अपने कर्ज के चलते अप्रैल 2019 में बंद हो गई थी। यूएई के बिजनसमैन मुरारी लाल जालान और लंदन की कंपनी कालरॉक कैपिटल के कंसोर्टियम ने जून 2021 में इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में जेट एयरलाइन को खरीदा था। उसके बाद से एयरलाइन के रिवाइवल की प्रोसेस चल रही हैं। विवादों में  घिरने के बाद जेट एयरवेज के मामलों की कई एजेंसियां जांच कर रही हैं। इनमें ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स और एसएफआईओ शामिल हैं।

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