CORONA VIRUS: कोरोना वायरस के नए सब-वैरिएंड के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है। हालांकि इसको लेकर भारत में हर राज्यों की सरकार ने अलर्ट जारी किया हुआ है जिसमें भीड़-भाड़ की जगहों से जाने से बचें और मास्क लगाकर ही घर बाहर निकले जैसे कई गाइडलाइनस सरकार ने जारी की हुई है। लेकिन इसको लेकर WHO का कहना है कि यह इतना खतरनाक नहीं कि अस्पतालों की जरूरत पड़े। इसके लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। इस बीच WHOने कुछ जानकारी शेयर की है।
सब-वैरिएंड को लेकर WHOने अब क्या कहा
दरअसल देश में कोरोना के नए सब-वैरिएंट JN.1के मामलों में तेजी आ रही है। रोजाना भारत के अन्य राज्यों में 600 के पार केस सामने आ रहे है। बीते पिछले 24 घंटे में 650 के करीबन मामले सामने आए थे। वहीं एक्टिव केस भी हजारों की संख्या में है। वहीं इसको लेकर अब WHOने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों निगरानी को बढ़ाने की अपील की है।
उन्होंने बताया कि लोगों को श्वसन संबंधी बीमारियों के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर सुरक्षात्मक उपाय करें, जिसमें कोविड 19और इसके नए उप-रोग वैरिएंट JN.1, और इन्फ्लूएंजा शामिल हैं। कोविड-19वायरस वैश्विक स्तर पर सभी देशों में विकसित, परिवर्तित और प्रसारित होता रहता है, जबकि वर्तमान साक्ष्य से पता चलता है कि JN.1से सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम कम है।
सर्दियों में इसके मामले बढ़ने का काफी आसार
वहीं डब्ल्यूएचओ ने JN.1को इसके तेजी से वैश्विक प्रसार के बाद वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के एक प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया है. हाल के सप्ताहों में JN.1कई देशों में रिपोर्ट किया गया था. वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से बढ़ रहा है। फिर भी, सीमित साक्ष्यों को देखते हुए, JN.1 द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम को वर्तमान में विश्व स्तर पर कम करके आंका गया है।
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