योगी सरकार का बड़ा फैसला, अब 1500 कि बजाय सिर्फ 600 रुपये में होगा कोरोना टेस्ट

योगी सरकार का बड़ा फैसला, अब 1500 कि बजाय सिर्फ 600 रुपये में होगा कोरोना टेस्ट

नई दिल्ली. यूपी में चिकित्सा शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने गुरुवार को यह आदेश जारी किया है. कि यूपी में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी मेडिकल कॉलेजों और चिकित्सा संस्थानों में आने वाले ऐसे मरीज जो कोरोना पीड़ित न होकर किसी दूसरी बीमारी के इलाज के लिए आये है. उनकी इलाज से पूर्व की जाने वाली कोरोना जांच में सस्ती कर दी गई है. यूपी के मेडिकल कॉलेज और संस्थानों में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच के लिए मरीजों को जो 1500 रुपये देने होते थे जो अब वह 1500 की बजाय 60 प्रतिशत की कमी करते हुए सिर्फ 600 रुपये शुल्क देना होगा. और थैलेसीमिया और हीमोफीलिया के मरीजों की यह जांच मुफ्त में होगी. इससे केजीएमयू, पीजीआई और लोहिया संस्थान में इलाज के लिए आ रहे हजारों मरीजों को राहत मिलेगी।

कोरोना टेस्ट की दरों में कमी करके चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मेडिकल कॉलेजों व उनसे सम्बद्ध चिकित्सा संस्थानों में इलाज कराने व भर्ती होने आ रहे नॉन कोविड केयर के मरीजों को बड़ी राहत दी है. और नए आदेश में डायलिसिस और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के मरीजों को और राहत दी गई है. ऐसे मरीजों की आरटीपीसीआर जांच सिर्फ 300 रुपये में होगी. उनके साथ एक तीमारदार की जांच भी इसी दर पर हो सकेगी. ऐसे मरीजों को सप्ताह में दो बार आना होता है. इसी कारण इन्हें ज्यादा छूट दी गई है.

बता दें कि सरकारी अस्पतालों के बाद निजी अस्पतालों ने भी पोस्ट कोविड ओपीडी शुरू कर दी है. फिलहाल इसकी पहल अपोलो मेडिक्स अस्पताल ने की है. अस्पताल प्रबंधन ने इसे रिकवर क्लिनिक नाम दिया है.

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