'जो देश बचाते हैं वो...', नेपोलियन की बात दोहराकर ट्रंप ने क्या दिया संदेश?

'जो देश बचाते हैं वो...', नेपोलियन की बात दोहराकर ट्रंप ने क्या दिया संदेश?

Donald Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई कार्यकारी आदेशों को अदालतों में चुनौती दी गई है। इनमें अवैध आप्रवासन (इलीगल इमिग्रेशन) के खिलाफ उठाए गए कदम, ट्रांसजेंडर लोगों को अमेरिकी सेना में सेवा देने से रोकने की कोशिश, संघीय वर्कफोर्स में सुधार और कर्मचारियों को बर्खास्त करने का अधिकार देने से जुड़े आदेश शामिल हैं।

इन कानूनी चुनौतियों के बाद, ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर फ्रांसीसी सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट के कथन को साझा किया। उन्होंने लिखा, "जो अपने देश को बचाता है, वह किसी कानून का उल्लंघन नहीं करता है।" यह कथन नेपोलियन का था, जिन्होंने 1804में नेपोलियन कोड ऑफ सिविल लॉ बनाया था और बाद में खुद को सम्राट घोषित कर लिया था।

इलीगल इमिग्रेशन और बर्थ राइट सिटीजनशिप पर विवाद

अवैध आप्रवासन से संबंधित ट्रंप के आदेशों के खिलाफ कम से कम 10मुकदमे दायर किए गए हैं। इनमें से सात मुकदमे बर्थ राइट सिटीजनशिप खत्म करने के आदेश पर केंद्रित हैं। इसके अलावा, न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एफबीआई एजेंटों और कर्मचारियों के नाम सार्वजनिक करने के आदेश को लेकर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। ये वे अधिकारी थे जो जनवरी 2021के कैपिटल दंगे की जांच में शामिल थे।

डेमोक्रेट नेताओं की प्रतिक्रिया

ट्रंप की इस सोशल मीडिया पोस्ट पर डेमोक्रेट्स ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कैलिफोर्निया के सीनेटर एडम शिफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "ट्रंप एक सच्चे तानाशाह की तरह बात कर रहे हैं।" वहीं, ट्रंप के सलाहकारों ने जजों के खिलाफ बयान दिए और उनके महाभियोग की मांग की।

उपराष्ट्रपति की टिप्पणी

वहीं, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी इस बहस में भाग लिया। उन्होंने पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर लिखा, "जजों को कार्यपालिका की वैध शक्ति को नियंत्रित करने की अनुमति नहीं है।"

इस पूरी स्थिति में ट्रंप की नीतियां और उनके कानूनी प्रभावों को लेकर अमेरिका में व्यापक बहस छिड़ गई है।

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