नई दिल्ली: विप्रो के चेयरमैन ऋषद प्रेमजी ने 21 सितंबर को बताया कि विप्रो ने अपने 300 कर्मचारियों को निकाल दिया है। कर्मचारियों के ऊपर आरोप हैकि वह विप्रो में काम करते हुए भी एक प्रतिद्वंदी के साथ काम कर रहे थे। विप्रो के चेयरमैन ऋषद प्रेमजी ने कहा कि 300 कर्मचारी जो विप्रो में नौकरी कर रहे थे वह पिछले कुछ महीनों से उनके प्रतिद्वंदी कंपनी में साथ भी काम करते हुए पाया गया, जो कंपनी के मूल्यों के खिलाफ है। जिसके चलते उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है।
प्रेमजी ने ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन नेशनल मैनेजमेंट में बोलते हुए कहा, "वास्तविकता यह है कि आज विप्रो के लिए काम करने वाले लोग हैं और हमारे एक प्रतियोगी के लिए सीधे काम कर रहे हैं और हमने पिछले कुछ महीनों में वास्तव में 300 लोगों की खोजा है जो वास्तव में ऐसा कर रहे हैं।"उन्होंने आगे कहा कि, मूनलाइटिंग नीति एक कर्मचारी को एक कंपनी में अपनी पूर्णकालिक नौकरी के अलावा काम करने की अनुमति देती है और रिमोट वर्किंग ने कर्मचारियों को इस विकल्प को लेने में मदद की है। भारत में प्रौद्योगिकी और सॉफ्टवेयर कंपनियां इस बात पर विभाजित हैं कि क्या अपने कर्मचारियों को अन्य कंपनियों के लिए मूनलाइटिंग देने की अनुमति दी जाए, जबकि वे अभी भी अपने पेरोल पर हैं या नहीं।
आपको बता दे कि, हाल ही में देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने भी अपने कर्मचारियों को मूनलाइटिंग यानि दो जगहों पर एक साथ नौकरी करने को लेकर चेतावनी दी है। इंफोसिस ने 12 सितंबर को 'No Double Lives' शीर्षक के साथ कर्मचारियों को ईमेल भेजा है। कंपनी ने ईमेल में कहा कि दो जगहों पर एक साथ नौकरी करते हुए पाये जाने पर कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी साथ ही नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है। ईमेल में साफ लिखा है कि कर्मचारियों के नियुक्ति पत्र के क्लॉज में लिखा है कि इंफोसिस से बिना मंजूरी लिए कोई भी कर्मचारी दूसरी जगहों पर ना तो फुल टाइम या पार्ट टाइम बेसिस पर नौकरी कर सकता है।
क्या है मूनलाइटिंग
यह कॉन्सेप्ट कोरोनाकाल के दौरान वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) का चलन बढ़ने के बाद बढ़ा है। मूनलाइटिंग चीटिंग का मतलब है कि रेगुलर जॉब के साथ चोरी-छुपे दूसरी जगह भी नौकरी करते रहना। आईटी सेक्टर में कई कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम चल रहा है। ऐसे में कर्मचारी एक कंपनी के अलावा दूसरी जगह काम करके अतिरिक्त कमाई कर रहे हैं।
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